संक्रमण के दौर में भी अस्पतालों में चिकित्सा कार्य का सही रूप से हो रहा है संचालन
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• सीफ़ार द्वारा मीडिया वेबिनार का हुआ आयोजन
• 90% कोरोना संक्रमित होते हैं आसानी से ठीक
• नवजातों के लिए एसएनसीयू में विशेष सुविधा उपलब्ध
• कोरोना संक्रमण काल में भी टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध
दरभंगा: संक्रमण के इस दौर में भी सभी कार्य सामान्य रूप से संचालित किए जा सकते है. बशर्ते कि इस दौरान सतर्कता बरती जाए. सरकारी अस्पताल हो या निज़ी क्लीनिक सभी जगह सुरक्षात्मक रवैया अपनाकर मरीजों की चिकित्सा शुरू हो गई है. आमजन भी कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगा रहे हैं एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कर रहे हैं.
उक्त बातें जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मिश्रा ने गुरूवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सीफ़ार) द्वारा बाल स्वास्थ्य एवं कोविड-19 की रोकथाम पर आयोजित मीडिया वेबिनार के दौरान कही. उन्होंने बताया कोरोना संक्रमण के मद्देनजर 18 प्रखंड में टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. यह अभियान विगत छह मई से चिन्हित सत्र स्थलों पर चलाए जा रहे हैं. इसके तहत संक्रमण से बचाव करते हुए सुरक्षात्मक रूप से गर्भवती महिलाओं एवं 5 वर्ष तक के बच्चों को टीकाकृत किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचाव के मद्देनजर सत्र स्थलों पर कार्य करने वाले कर्मी को पूर्व से ही प्रशिक्षित किया जा चुका है. इस दौरान उनको मास्क, ग्लब्स एवं साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है.
संक्रमण को लेकर डर में आयी कमी:
एसीएमओ डॉ अनील कुमार सिन्हा ने कोरोना संक्रमण की जानकारी देते हुए कहा कि संक्रमण को लेकर मौजूदा स्थिति में परिवर्तन हुआ है. पहले की अपेक्षा लोगों में जागरूकता आई है, जिससे लोगों में संक्रमण को लेकर डर में भी कमी आई है. लिहाजा धीरे-धीरे संक्रमण की संख्या में कमी आने की पूरी संभावना है.
उन्होंने बताया विभागीय निर्देश के अनुसार सम्बंधित लोगों का वायरस की जांच की रही है. प्रत्येक पीएचसी को रोजाना तीन सौ जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. डॉक्टर सिन्हा ने बताया कोरोना संक्रमण को लेकर मीडिया की भूमिका भी अहम रही है. इससे लोग जागरूक हुए हैं एवं अधिकांश लोग मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन कर रहे हैं.
90% कोरोना संक्रमण के मामले आसानी से होते हैं ठीक:
एसकेएमसीएच के ऑर्थोपेडिक विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर एसएन सर्राफ ने बताया कि वह पूर्व में कोरोना संक्रमित हो गए थे. उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान उनके परिवार वालों ने साथ नहीं छोड़ा. उनके सहयोग से उन्हें मानसिक रूप से बल प्राप्त हुआ और आखिरकार उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ से कोरोना वायरस पर विजय प्राप्त की.
डॉक्टर सर्राफ ने कहा कि कोरोना संक्रमित होने पर कभी भी घबराना नही चाहिए. संक्रमित की उचित देखभाल से निश्चित सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे. कोरोना पीड़ित को सबसे भरपूर सहयोग की आवश्यकता पड़ती है. इसलिए आसपास के लोगों को पूरी सावधानी और सतर्कता से देखभाल करनी चाहिए. इस दरमियान चिकित्सक से परामर्श लेना अत्यंत जरूरी है. उचित देखरेख एवं चिकित्सकीय देखभाल से कोरोना वायरस को हराया जा सकता है. उन्होंने बताया लगभग 90% कोरोना संक्रमण के मामले आसानी से ठीक भी हो जाते हैं.
संक्रमण के दौरान में भी स्तनपान कराना जरूरी:
डीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम प्रकाश ने कोरोना संक्रमण के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा इस समय गर्भवती महिलाओं एवं नवजात को विशेष देखने की जरूरत पड़ती है. संक्रमण के समय उचित आहार एवं बेहतर जीवन-शैली से किसी प्रकार की शारीरिक समस्या होने की संभावना नगण्य रहती है.
उन्होंने बताया संक्रमण के मद्देनजर स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट(एसएनसीयू) में शिशुओं के लिए अलग से कोरोना वार्ड बना दिया गया है. उसमें सभी चिकित्सकों सुविधा उपलब्ध करा दी गई है. लेकिन अभी तक कोई भी संक्रमित का केस नहीं आया है. डॉ प्रकाश ने बताया कि संक्रमण काल में भी मां को निश्चित रूप से स्तनपान कराना चाहिए. इससे नवजात का रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी. उन्होंने बताया गर्भवती माताओं को बिना जरुरी कार्य के घर से बाहर निकलने में परहेज करना चाहिए.
सदर अस्पताल में निरंतर चल रहा चिकित्सा कार्य:
सदर पीएचसी को चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमाशंकर प्रसाद ने बताया सदर प्राथमिक अस्पताल में निरंतर रूप से मरीजों की चिकित्सा जारी है. कोरोना संक्रमण के दौर में भी गर्भवती महिलाओं का प्रसव व बच्चों का टीकाकरण निरंतर रूप से संचालित की जा रही है. इस दौरान अस्पताल में संक्रमण से बचाव के लिए कर्मियों को विशेष रूप से निर्देश व प्रशिक्षित किया गया है, ताकि मरीजों के आने के बाद भीड़ बढ़ने पर उचित दूरी व एहतियात बरतकर अस्पताल में संक्रमण की संभावना ना हो सके.
विडियो के माध्यम से दिया गया संदेश:
राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के मीडिया सेल के उत्तम कुमार द्वारा वेबिनार के दौरान विडियो भी चलाया गया, जिसमें चिकित्सकों एवं संक्रमितों ने अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान उत्तम कुमार ने बताया कोरोना को मात देने में मीडिया की भूमिका सबसे अहम है. कोरोना की रोकथाम को लेकर सटीक जानकारी समुदाय तक पहुँचाने से संक्रमण की रोकथाम में आसानी हो सकेगी.
यूनीसेफ के एसएमसी शशिकांत सिंह ने बताया सभी प्रखंडों में विभागीय निर्देशानुसार स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित की जा रही है। टीकाकरण स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता को मास्क, ग्लव्स एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. इस मौके पर सीफार के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय कुमार, सहायक राज्य प्रबंधक रंजीत कुमार सहित मीडिया कर्मी उपस्थित थे.