राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश से पहले गहलोत ने फिर दिखाए तेवर, पायलट को बताया गद्दार
जयपुर। राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर अपने कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने सचिन पायलट के राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं पर कड़ा एतराज जताते हुए उन्हें गद्दार करार दिया है।
अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट उनकी जगह नहीं ले सकते, वे गद्दार हैं। इतना ही नहीं गहलोत ने आरोप लगाया कि सचिन पायलट के विद्रोह में गृहमंत्री अमित शाह शामिल थे। गहलोत ने दावा किया कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सचिन पायलट से मिलने रिसॉर्ट में आते थे। इतना ही नहीं गहलोत ने दावा किया कि उनके पास साबुत मौजूद हैं।
गहलोत यहीं नहीं रुके, उन्होंने पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाये जाने की संभावनाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि यदि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं में सुधार होगा तो कांग्रेस पायलट को छोड़कर राजस्थान में अपने 102 विधायकों में से किसी के साथ उनकी जगह ले सकती है।
गहलोत ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि राजस्थान के कांग्रेस विधायक किसी ऐसे व्यक्ति का नेतृत्व स्वीकार करेंगे जिसने बगावत की हो और उसे गद्दार करार दिया गया हो। यह पूछे जाने पर कि अगर आलाकमान फैसला करता है तो क्या पायलट अभी भी उनकी जगह ले सकते हैं, गहलोत ने कहा कि यह एक काल्पनिक सवाल है। उन्होंने कहा, ‘यह कैसे होगा? ऐसा नहीं हो सकता।’
सचिन पायलट ने दी सधी हुई प्रतिक्रिया:
वहीँ कांग्रेस का युवा चेहरा कहे जाने वाले सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने सुना अशोक गहलोत जी ने जो बोला है। पहले भी अशोक गहलोत जी ने बहुत बातें मेरे बारे में बोली हैं। इस प्रकार के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की आज जरूरत नहीं है। आज जरूरत इस बात की है कि हम कैसे पार्टी को मजबूत करें।
कांग्रेस ने किया डेमेज कंट्रोल:
वहीँ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सचिन पायलट को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस ने डेमेज कंट्रोल करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। गहलोत का बयान उस समय आया है जब राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने वाली है।
गहलोत के बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, “अशोक गहलोत एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनीतिक नेता हैं। उन्होंने अपने सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो भी मतभेद व्यक्त किए हैं, उन्हें हल किया जाएगा, और पार्टी को मजबूत किया जाएगा।”