प्रशासन ने सांकेतिक गोटमार मेले की तैयारी की पूरी, पूर्व संध्या पर चले पत्थर

प्रशासन ने सांकेतिक गोटमार मेले की तैयारी की पूरी, पूर्व संध्या पर चले पत्थर

पांढुर्ना(गुड़डू कावले): शहर में गोटमार मेले के आयोजन के पूर्व जिला एवं स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारी कोरोना काल मे गोटमार मेले को स्थगित और सांकेतिक रूप से मनाने की बात कर रहे है, दूसरी तरफ पांढुर्ना-सावरगांव के लोगों ने गोटमार मेले की पूर्व संध्या पर जमकर पत्थर चलाये। जिसमे कुछ लोगों का घायल होना भी बताया जारहा है।

मंगलवार को शाम होते ही लोगो ने एक दूसरे पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। भले ही प्रशासन की मंशा गोटमार मेले को सांकेतिक तौर पर मनाने की रही हो परन्तु वर्षो पुरानी शहर की गोटमार मेले की परंपरा को बंद हो जाने की आशंका पैदा होने के कारण शहरवासीयो ने एक दिन पहले ही जमकर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। प्रशासनिक आला अधिकारीयों के लाख प्रयासों के बाद भी गोटमार मेला आखिरकार लोग ने शुरू कर ही दिया और प्रशासनिक प्लान पर मंथन चलता रहा।

वर्षो पुरानी मान्यता पर आधारित है गोटमार मेला:

पोला पर्व के दूसरे दिन, वर्षों पुरानी मान्यता के आधार पर गोटमार मेले का आयोजन किया जाता है। गोटमार मेले में पांढुर्ना-सावरगांव दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे पर पत्थर बरसाते हैं। इसमें सावरगांव पक्ष के लोग पलाश के झंडे को पांढुर्ना सावरगांव के बीच बहने वाली जाम नदी के बीच झंडे को स्थापित करते हैं।जिसके बाद पूजा अर्चना कर गोटमार के आयोजन की शुरुआत करते हैं।

इस प्रक्रिया के दौरान दिन भर दोनो पक्षो के लोग एक दूसरे पर आमने सामने पत्थर बरसाते है। जिसमे सेकड़ो लोग गभीरं घायल भी होते है। इस बीच जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारी तैनात होते है और गोटमार मेले की हर एक गतिविधि पर अपनी पैनी नजर बनाये रखते है।

पुलिस बल होगा तैनात:

गोटमार मेले में लोगो की सुरक्षा और मेले को शांति से सम्पन्न कराने के लिए शहर के चपे-चपे पर पुलिस बल तैनात होता है। इस बार दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सात एसडीओपी, दस थाना प्रभारी, 30 एसआई, 50 एएसआई और लगभग 500 एसएफ, होमगार्ड, वन विभाग और जिला पुलिस बल तैनात होंगे।

गोटमार मेले में घायल होने वाले लोगों के लिए फिलहाल प्रशासन ने कोई मेडिकल व्यवस्था में कैंप नहीं लगाए हैं। इस पर जिला प्रशासन पर यह व्यवस्था छोडने की बात सामने आ रही है।

जिला कलेक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ की गोपनीय बैठक:

बुधवार की सुबह 11 बजे शहर के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में जिला कलेक्टर सौरभ सुमन और जिला पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल की प्रमुख उपस्थिति में स्थानीय प्रशासन की एसडीएम सुश्री मेघा शर्मा अन्य अधिकारियों के साथ गोपनीय बैठक की। इस बैठक के बाद जिला प्रशासन की और स्थानीय प्रशासन की क्या रणनीति तय हुई।

नगर पालिका परिषद के सभाकक्ष में एसडीएम ने स्थानीय स्तर की विभाग प्रमुखों के साथ बैठक की, परंतु प्रशासन ने मीडिया के साथ कोई बात साझा नही की है। गोटमार मेंले पर प्रशासन का क्या रुख होगा यह तो बुधवार का पूरा दिन ही तय करेगा।

हालांकि कोरोना संक्रमण काल मे प्रशासन की ओर से गोटमार मेले के आयोजन को सांकेतिक रूप से मनाने की कार्ययोजना बनी है। जो सावरगांव के सुरेश कावले के घर पर प्लास के वृक्ष की पूजा अर्चना कर सुबह 10 बजे के पहले पांढुर्ना माँ चंडिका के मंदिर में अर्पित करने की तैयारी है और दोनों पक्षो में इस बीच पत्थराव नही होने के निर्देश है।

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TeamDigital