6 महीने में सबसे ऊंचाई पर पहुंची खुदरा महंगाई दर, चिदंबरम ने सरकार को घेरा

6 महीने में सबसे ऊंचाई पर पहुंची खुदरा महंगाई दर, चिदंबरम ने सरकार को घेरा

नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई के बीच खुदरा महंगाई दर पिछले 6 महीने से सबसे ऊंचाई पर पहुंच गई है। सोमवार को जारी किये गए आंकड़ों में खुलासा हुआ है कि मई के महीने में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 6.3 प्रतिशत पर पहुंच गई है जबकि अप्रैल के महीने में यह 4.23 फीसदी थी।

आंकड़ों के अनुसार मई 2021 में मोटे अनाज की खुदरा कीमतों में 1.42 प्रतिशत की कमी आयी है। दूसरी ओर, मांस और मछली की कीमत 9.03 प्रतिशत, अंडा की 15.16 प्रतिशत, दूध उत्पाद की 0.64 प्रतिशत, तेल एवं वसा की 30.84 प्रतिशत और फल की 11.98 प्रतिशत में वृद्धि में दर्ज की गयी है।

इसी माह में सब्जी के दाम 1.92 प्रतिशत गिरे हैं। मई 2021 में दलहन के दाम 9.39 प्रतिशत बढे हैं। ईंधन के दाम में 11.58 प्रतिशत वृद्धि हुई है।

लगातार पांचवां महीने थोकमूल्य सूककांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति बढ़ी है। अप्रैल 2021 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति दो अंकों में 10.49 प्रतिशत हो गई थी। वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मासिक डब्ल्यूपीआई पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर मई 2021 (मई, 2020 के मुकाबले) में बढ़कर 12.94 प्रतिशत हो गई, जो मई 2020 में ऋणात्मक 3.37 प्रतिशत थी।’’

चिदंबरम ने सरकार पर साधा निशाना:

देश में बढ़ती महंगाई को लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के ज़रिए महंगाई के आंकड़े शेयर करते हुए इसके लिए पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ती कीमतों को ज़िम्मेदार ठहराया है।

पी चिदंबरम ने ट्वीट में कहा, “थोक मूल्य सूचकांक महंगाई 12.94 फीसद। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) महंगाई 6.3 फीसदी। क्या आप जानना चाहते हैं क्यों?” इसके बाद उन्होंने लिखा, “ईंधन और बिजली महंगाई 37.61 फीसदी पर है। हर रोज़ पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बढ़ाने वाले पीएम मोदी का शुक्रिया।”

पी चिदंबरम ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति 6.3 फीसदी हो गई है।. आप जानते हैं क्यों? उन्होंने कहा, “दलहन मुद्रास्फीति 9.93 फीसदी पर है और खाद्य तेल मुद्रास्फीति 30 फीसदी पर. सक्षम आर्थिक मैनेजमेंट के लिए ये सबसे अहम हैं।”

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TeamDigital