कांग्रेस का सवाल: “गरीब बच्चो की छात्रवृति बंद करके कितना बचा लेगी सरकार”
नई दिल्ली। एससी /एसटी, पिछड़ावर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चो को कक्षा एक से कक्षा 8 तक मिलने वाली प्रिमेट्रिक छात्रवृति बंद किये जाने के सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सवाल किया कि गरीब बच्चो को मिलने वाली छात्रवृति बंद करके सरकार कितना बचा लेगी ? उन्होंने पीएम मोदी को टैग कर अपने ट्वीट में कहा, “आपकी सरकार ने कक्षा 1 से कक्षा 8 के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति बंद कर दी है। गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति से वंचित करने का क्या मतलब है? गरीब छात्रों से यह पैसा छीनकर आपकी सरकार कितना कमाएगी या बचाएगी?”
.@narendramodi ji, your Govt has shut down Pre- Matric Scholarship meant for SC,ST, OBC & Minority students of Class 1 to Class 8.
What is the point of depriving scholarships to the poor students? How much will your Govt earn or save by snatching this money from poor students ?
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 30, 2022
गौरतलब है कि अभी तक स्कूलों और मदरसों में पढ़ने वाले एससी /एसटी, पिछड़ावर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चो को कक्षा 1 से कक्षा 5 तक1000 रुपए छात्रवृत्ति मिलती थी, वहीं कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को अलग अलग कोर्स के हिसाब से छात्रवृत्ति मिलती थी। केंद्र सरकार ने अब यह छात्रवृति बंद करने का फैसला किया है। हालांकि 9वीं और 10वीं के छात्रों को छात्रवृत्ति पहले की तरह ही मिलती रहेगी. उनके आवेदन स्वीकार किये जाएंगे।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के छात्रवृति बंद करने के फैसले से देशभर में लाखो बच्चे प्रभावित होंगे। सरकार ने छात्रवृति बंद करने के पीछे कोई अहम कारण नहीं बताया है। जबकि कहा जा रहा है कि स्कूलों में शिक्षा का अधिकार के तहत फ्री शिक्षा तथा कोर्स-यूनिफॉर्म तथा मिड डे मील मिलने के कारण सरकार ने छात्रवृति खत्म कर दी है।