अखिलेश से समझौते की उम्मीदें खत्म, अब कांग्रेस के संपर्क में शिवपाल

अखिलेश से समझौते की उम्मीदें खत्म, अब कांग्रेस के संपर्क में शिवपाल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच किसी तरह के समझौते की उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं।

पिछले दिनों खुद शिवपाल ने अपने बयान में कहा कि भतीजे अखिलेश यादव की तरफ से रेस्पॉन्स नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश मेसेज का जबाव नहीं दे रहे हैं। इसलिए अब समझौते की संभावनाएं खत्म हो चुकी हैं।

इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कानपुर से ‘समाजवादी विजय यात्रा’ शुरू कर दी है। इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने दावा किया कि, वे आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीतेंगे और प्रदेश में सपा की सरकार बनाएंगे।

वहीँ दूसरी तरफ प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी मथुरा से सामाजिक परिवर्तन यात्रा का आगाज करने जा रहे हैं। अपनी सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा को लेकर शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि 2022 का चुनाव एक धर्मयुद्ध है, और जिस तरह भगवान कृष्ण धर्म के पक्ष में थे, वैसे ही हम भी अधर्मियों के विनाश के लिए लड़ने जा रहे हैं।

प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी के मुताबिक, शिवपाल की यह यात्रा सात चरणों में होगी। जिसमें राज्य के 75 जिले शामिल होंगे। इन सात चरणों में विधानसभा की सभी 403 सीटों को कवर किया जाएगा।

इस बीच ऐसी भी खबर आ रही है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन के लिए शिवपाल सिंह यादव कांग्रेस के संपर्क में हैं। सूत्रों के मुताबिक 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए फूंक फूंक कर कदम रख रही कांग्रेस पार्टी चंद्रशेखर आज़ाद की आज़ाद समाज पार्टी और शिवपाल सिंह यादव की प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावनाओं के साथ आगे बढ़ रही है।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलित मतदाताओं की तादाद को ध्यान में रखकर आज़ाद समाज पार्टी और फ़िरोज़ाबाद, शिकोहाबाद, इटावा, मैनपुरी, बदायूं, संभल जैसे जिलों में यादव, मुस्लिम और दलित मतदाताओं को जोड़कर जीत का समीकरण बनाने की चाहत में शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने पर गंभीरता से विचार कर रही है।

सूत्रों ने कहा कि पार्टी अपनी रणनीति के तहत शिवपाल सिंह यादव की पार्टी को यादव बाहुल्य विधानसभा सीटों में से एक अच्छी तादाद गठबंधन में दे सकती है। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस आधिकारिक तौर पर भले ही किसी पार्टी के साथ गठबंधन से इंकार कर रही है लेकिन अंदरूनी तौर पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता अन्य पार्टियों से गठबंधन को लेकर संपर्क में हैं और बातचीत जारी है।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, आचार्य प्रमोद कृष्णम, प्रमोद तिवारी जैसे कांग्रेस के दिग्गज गठबंधन के लिए बातचीत कर रहे हैं और अगले महीने तक तस्वीर साफ़ होने की उम्मीद है।

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