जम्मू में जुटे कांग्रेस के दिग्गज, नेतृत्व को लेकर लिखा था सोनिया गांधी को पत्र

जम्मू में जुटे कांग्रेस के दिग्गज, नेतृत्व को लेकर लिखा था सोनिया गांधी को पत्र

नई दिल्ली। जम्मू में आज कांग्रेस के कई दिग्गजो की एक बैठक चल रही है। इस बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा सहित कई नेता भाग के रहे हैं।

इस बैठक में शामिल होने वाले 23 नेताओं के एक समूंह ने पिछले दिनों पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े करते हुए पार्टी के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव की मांग उठाई थी। आज हो रही बैठक को जम्मू कश्मीर शांति सम्मेलन का नाम दिया गया है।

बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि मैं राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से रिटायर नहीं हुआ और मैं संसद से पहली बार रिटायर नहीं हुआ हूं।

आज़ाद ने कहा कि चाहे वह जम्मू-कश्मीर हो या लद्दाख, हम सभी धर्मों, लोगों और जातियों का सम्मान करते हैं। हम सभी का बराबरी से सम्मान करते हैं। ये हमारी शक्ति है और इसी के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि आज कई बरसों बाद हम राज्य का हिस्सा नहीं हैं, हमारी पहचान खत्म हो गई है। राज्य का दर्जा वापस पाने के लिए हमारी संसद के अंदर और बाहर लड़ाई जारी रहेगी। जब तब यहां चुने हुए नुमाइंदे मंत्री और मुख्यमंत्री नहीं होंगे बेरोज़गारी, सड़कों और स्कूलों की ये हालत जारी रहेगी।

इस शांति सम्मेलन में आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, भूपिंदर हुड्डा, विवेक तन्खा, कपिल सिब्बल, राज बब्बर और दूसरे नेता पहुंचे हैं। आज़ाद ने कहा कि संसद में इन सबने जम्मू-कश्मीर की बेरोजगारी पर, राज्य का दर्जा खत्म करने पर, उद्योगों और शिक्षा को बर्बाद करने पर और जीएसटी लागू करने पर बोला है।

वहीँ पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि सच्चाई ये है कि कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिखाई दे रही है और इसलिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं। हमें इकट्ठा होकर पार्टी को मजबूत करना है। गांधी जी सच्चाई के रास्ते पर चलते थे, ये सरकार झूठ के रास्ते पर चल रही है।

उन्होंने कहा, “वे एक ऐसे नेता हैं जो कांग्रेस की जमीनी सच्चाई को हर राज्य के हर जिले में जानते हैं। हमें उस वक्त दुख हुआ जब हमें पता चला कि उन्हें संसद से मुक्त किया जा कर रहा है। हम उन्हें संसद से नहीं जाने देना चाहते थे। मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि कांग्रेस उनके अनुभवों का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा, “लोग कहते हैं, ‘G23’, मैं कहता हूं गांधी 23. महात्मा गांधी के विश्वास, संकल्प और विचार के साथ इस देश के कानून और संविधान का गठन हुआ। कांग्रेस इन्हीं चीजों को आगे ले जाने के लिए मजबूती से खड़ी है। ‘G23’ चाहता है कि कांग्रेस मजबूत बने।”

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital