खाप का फैसला: बीजेपी-जेजेपी नेताओं के गांव में घुसने पर पाबंदी, 1 मार्च से दूध 100 रूपये लीटर
गुरुग्राम। देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ खाप पंचायतो ने विरोध करने और सरकार को जगाने का नया तरीका ढूंढ़ निकाला है। खाप पंचायतो ने एलान किया है कि जिस तरह पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाये जायेंगे, किसान भी उसी तरह दूध के दाम बढ़ाएगा।
हरियाणा के हिसार में सतरोल खाप पंचायत ने बड़ा फरमान जारी किया कर कहा है कि 1 मार्च से पेट्रोल की तरह ही दूध 100 रुपए लीटर बेचा जाएगा। फैसला न मानने वाले पर लगाया 11 हजार रुपए का जुर्माना ठोका जाएगा।
पेट्रोल-डीजल पर सरकार द्वारा लगाए जाने वाले टेक्स की तर्ज पट नारनौंद में पंचायत में दूध के दामों पर टैक्स भी तय किए गए। खाप ने दूध का आधार मूल मूल्य 35.5 रुपए तय की है। इसके बाद हरा चारा टैक्स 20.35 रुपए, तुड़ी टैक्स 14.15 रुपए, गोबर टैक्स 9.00 रुपए, लेबर चार्ज 15.15 रुपए, किसान लाभांश 5.85 रुपए लगाया है।
खाप पंचायत में शामिल हुए लोगों ने एकजुटता ने खाप के उस फैसले का समर्थन किया जिसमे कहा गया कि जिस तरह सरकार पेट्रोल डीजल पर टेक्स बसूल रही है उसी तरह अब किसान भी दूध पर टेक्स लगाएंगे।
पंचायत में सरकार द्वारा किसानो की मांगे नहीं माने जाने और कृषि कानून रद्द नहीं किये जाने को लेकर नाराज़गी जताई गई। इतना ही नहीं पंचायत ने हरियाणा सरकार में शामिल जेजेपी के विधायकों और नेताओं के गांवो में घुसने पर पाबंदी लगाने का भी एलान किया।
पंचायत ने कहा कि कोई भी किसान अपने गांव में भारतीय जनता पार्टी और जेजेपी के नेताओं, विधायकों या सांसदों को नहीं घुसने देगा और न ही उनके किसी कार्यक्रम में शामिल होगा।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली सी सीमाओं पर किसान पिछले 96 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार और किसानो के बीच कई बार हुई बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका है। वहीँ किसान भी वापस जाने को तैयार नहीं हैं। सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान संगठनों ने देशभर में किसान महापंचायत करने का फैसला लिया है।