गुजरात में रिकॉर्ड तोड़ जीत के बाद भी घाटे में रही भारतीय जनता पार्टी
नई दिल्ली। गुजरात के विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेता भले ही अपनी पीठ थपथपा रहे हों लेकिन असलियत में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को घाटा हुआ है।
हिमाचल प्रदेश और गुजरात दोनों जगह पहले से ही बीजेपी की सरकार थी। बीजेपी ने गुजरात में जीत हासिल की लेकिन हिमाचल में कांग्रेस ने उससे सत्ता छीन ली। यानि बीजेपी ने अपने नेतृत्व वाले दो राज्यों में से एक राज्य खो दिया।
वहीँ उपचुनाव की बात करें तो उपचुनाव में भी बीजेपी को कुछ हासिल नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने 2,88,461 मतो से जीत दर्ज की है। वहीँ बीजेपी ने रामपुर सदर सीट सपा से छीन ली लेकिन खतौली सीट पर रालोद से हार गई।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। ये सीटें पूर्व में कांग्रेस के ही पास थीं और कांग्रेस ने इन्हे बरकरार रखा है। यानि पार्टी कोई कोई नुकसान नहीं हुआ।
ओडिशा में एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में बीजेडी उम्मीदवार विजयी हुए हैं। यह सीट पूर्व में बीजू जनता दल के पास थी और पार्टी ने इस सीट पर अपना कब्ज़ा बरकरार रखा है। इस सीट पर भी बीजेपी को पराजय का सामना करना पड़ा है।
बिहार की एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। यह सीट पूर्व में राष्ट्रीय जनता दल के पास थी। इस बार इस सीट पर जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा था।
कुल मिलाकर उपचुनाव वाली विधानसभा की 6 सीटों में से बीजेपी को सिर्फ दो सीटें मिली हैं। वहीँ 4 सीटों पर गैर बीजेपी दलों को जीत हासिल हुई है।