मोदी सरकार को बड़ा झटका : खुदरा महंगाई दर बढ़ी और औद्योगिक उत्पादन में गिरावट
नई दिल्ली । केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तमाम दावों के पलट देश में खुदरा महंगाई दर में वृद्धि हुई है वहीँ औद्योगिक उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है । खाने-पीने की चीजों के दाम में बढ़ोतरी की वजह से अप्रैल महीने की खुदरा महंगाई दर 5.39 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। इस साल मार्च व फरवरी में खुदरा महंगाई दर क्रमश: 4.83 फीसदी व 5.26 फीसदी थी।
दाल व चीनी जैसी वस्तुओं के भाव में बढ़ोतरी की वजह से अप्रैल महीने में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर 6.32 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई जबकि इस साल मार्च में यह दर 5.21 फीसदी तो फरवरी में 5.30 फीसदी थी।
वहीं इस साल मार्च महीने में औद्योगिक उत्पादन में पिछले साल मार्च के मुकाबले मात्र 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस साल फरवरी में औद्योगिक उत्पादन में 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। सबसे निराशाजनक बात यह है कि मार्च में मैन्यूफैक्चरिंग में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 1.2 फीसदी की गिरावट आई है वहीं कैपिटल गुड्स में यह गिरावट 15.4 फीसदी की है। दोनों ही गिरावट मेक इन इंडिया कार्यक्रम के लिए झटका है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल अप्रैल महीने में सबसे अधिक दाल व दाल उत्पादों के दाम में 34.13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं चीनी व खंडसारी के दाम में 11.19 फीसदी, मांस व मछली में 8.07 फीसदी, सब्जी में 4.82 फीसदी, अंडे में 6.64 फीसदी तो दूध व दुग्ध उत्पादों के दाम में 3.32 फीसदी की बढ़ोतरी रही। अप्रैल महीने में कपड़ों व फुटवियर के दाम में 5.56 फीसदी का इजाफा रहा तो फ्यूल व लाइट में 3.03 फीसदी की बढ़ोतरी रही।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल मार्च में बिजली उत्पादन में सबसे अधिक 11.3 फीसदी की बढ़ोतरी रही। कंज्यूमर गुड्स में इस अवधि में 0.4 फीसदी, कंज्यूमर ड्यूरेबल में 8.7 फीसदी, बेसिक गुड्स में 4 फीसदी तो इंटरमीडिएट गुड्स में 3.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
इस दौरान खनन में 0.1 फीसदी, कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल 4.4 फीसदी की गिरावट रही। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2015-16 में औद्योगिकी उत्पादन में वित्त्त वर्ष 2014-15 के मुकाबले 2.4 फीसदी का इजाफा रहा।