अमेरिका के 30 शहरो तक पहुंची हिंसा, सुरक्षा कारणों से बंकर में छिपाये गए ट्रंप
वाशिंगटन। अमेरिका के मिनियापोलिस में एक अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ़्लॉइड की पुलिस थर्ड डिग्री में मौत के बाद कई राज्यों में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और अमेरिका के 30 शहरो में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन होने की भी खबर है और हिंसक प्रदर्शनों की आंच व्हाइट हाउस तक जा पहुंची है।
प्रदर्शन की आंच अब व्हाइट हाउस तक भी पहुँच चुकी है। बड़ी संख्या में लोगों ने व्हाइट हाउस के बाहर जमा होकर नारेबाजी की। सुरक्षा के मद्देनजर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में छिपाना पड़ा।
सबसे ज़्यादा हिंसा की खबरें मिनेपोलिस से आई हैं, जहाँ जॉर्ज फ़्लॉइड की मृत्यु हुई थी। यहाँ प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए कई थानों को भी आग के हवाले कर दिया।
हिंसक प्रदर्शनों का दौर वॉशिंगटन डीसी, अटलांटा, फिनिक्स, डेनवर और लॉस एंजेल्स समेत 30 शहरों में जारी है। वॉशिंगटन डी.सी की मेयर मूरियल बोसर ने कहा कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर वह शहरव्यापी कर्फ्यू लगा रही हैं।
अटलांटा के दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने दो कॉलेज छात्रों के खिलााफ अत्यधिक बल का इस्तेमाल किया।अधिकारियों को लगा कि उनके पास हथियार है। इस घटना के बाद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा और बड़ गया।
इस बीच व्हाइट हाउस के बगल में स्थित छोटे से पार्क में ये हिंसक झड़प हुई। जिसके बाद अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया। वहीं भीड़ ने आगजनी की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
वाशिंगटन डीसी में शुक्रवार रात व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों के जमा होने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में ले जाया गया था। व्हाइट हाउस अधिकारियों और कानून प्रवर्तन सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। राष्ट्रपति ट्रंप ने बंकर में लगभग एक घंटा बिताया और उसके बाद उन्हें ऊपर लाया गया।