तृणमूल कांग्रेस में जा सकते हैं वरुण गांधी, 22 से 25 नवंबर तक दिल्ली में मौजूद रहेंगी ममता
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान देने वाले बीजेपी सांसद वरुण गांधी को लेकर एक बार फिर अटकलों और कयासों का दौर शुरू हो गया है।
वरुण गांधी के करीबी सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर कई मीडिया खबरों में दावा किया गया है कि वरुण गांधी का बीजेपी से मोह भंग हो चुका है और वे अपना नया राजनीतिक ठिकाना तलाश रहे हैं।
सूत्रों की माने तो वरुण गांधी कांग्रेस में जाना चाहते थे और इसके लिए वे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के संपर्क में थे लेकिन सूत्रों की माने तो वरुण गांधी की मां और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी इस बात के लिए राजी नहीं हुईं। इसलिए उन्होंने इरादा बदल लिया है। वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कई बार अफवाह उड़ चुकी हैं लेकिन हर बार वरुण गांधी ने ऐसी खबरों को अफवाह बताकर ख़ारिज कर दिया है।
वहीँ अब चर्चा है कि वरुण गांधी तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वरुण गांधी पिछले कुछ दिनों से तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संपर्क में हैं और वे इस महीने के अंत तक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
वहीँ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय ने इस बात की पुष्टि की है कि वे 22 नवंबर से 25 नवंबर तक दिल्ली में मौजूद रहेंगी। माना जा रहा है कि इस दौरान ही वरुण गांधी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो जायेंगे।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव फतह करने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल के बाहर अन्य राज्यों में भी पार्टी संगठन तैयार करने का एलान किया था। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि वरुण गांधी की तृणमूल कांग्रेस में एंट्री इसी रणनीति का हिस्सा हो सकती है।
बगावती तेवर जारी:
पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों की वापसी के एलान के एक दिन बाद ही बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर एमएसपी गारंटी के लिए कानून बनाये जाने और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टैनी के खिलाफ कार्रवाही करने की अपील की है।
वरुण गांधी ने अपने पत्र में कहा है कि यदि कृषि कानूनों को वापस लिए जाने का फैसला पहले लिया गया होता तो आंदोलन के दौरान शहीद हुए 700 किसानो की जान बच सकती थी।
हालांकि वरुण गांधी ने अपने पत्र में कृषि कानून वापस होने पर पीएम मोदी का धन्यवाद भी किया है। वहीँ यह भी कहा है कि यदि एमएसपी गारंटी के लिए कानून नहीं बनाया गया तो यह आंदोलन खत्म नहीं होगा।