ट्रंप ने WHO को फिर धमकाया, स्थाई रूप से फंडिंग रोकने की धमकी
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन) को फिर धमकी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि WHO अगले 30 दिनों में कोई ठोस कदम नहीं उठता तो अमेरिका स्थाई तौर पर फंडिंग रोक देगा साथ ही अपनी सदस्य्ता जारी रखने पर पुनर्विचार करेगा।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस ग्रेबियेसस को लिखे पत्र में ट्रंप ने कहा कि यह संगठन आकाँक्षाओं के अनुरूप काम नहीं कर रहा है। इसलिए अमेरिका WHO की फंडिंग को स्थाई तौर पर बंद कर सकता है।
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति WHO पर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगा चुके हैं। ट्रंप का आरोप है कि चीन के कहने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया को महामारी के बारे में देरी से बताया।
वहीँ दूसरी तरफ वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन अमेरिका के सभी आरोपों को ख़ारिज कर चूका है। अमेरिका ने पहले ही फंडिंग को अस्थाई रूप से रोक दिया है। वहीँ अमेरिका सहित दुनिया के कई देशो में कोरोना संक्रमण से मौतों का दौर जारी है।
हॉपकिंस यूनीवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना केसों की संख्या 15 लाख के पार निकल चुकी है। दुनिया में दूसरे नंबर पर रूस में 290,678 केस हो चुके हैं।
वहीँ ब्राजील में 255,368, ब्रिटेन में 247,709, स्पेन में 231,606, इटली में 225,886, फ्रांस में 180,051, जर्मनी में 176,551, टर्की में 150,593 और ईरान में 122,492 हो चुके हैं। इस बीच, ब्रिटेन में मरने वालों की संख्या 34,876 हो गई है जो दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।
अमेरिका में 15,08,291 केस और 90,340 मौतें हो चुकी हैं। अन्य देशों में इटली (32,007), फ्रांस (28,242), स्पेन (27,709) और ब्राजील (16,853) ऐसे देश हैं जहां मरने वालों की संख्या दस हजार से ज्यादा हो चुकी है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के मौजूदा संकट के लिए अनेक देश चीन के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को भी जिम्मेदार मानते हैं। इस खतरनाक वायरस के बारे में दुनिया को सचेत करने में विफलता के लिए डब्ल्यूएचओ पर सवाल उठ रहे हैं। कोविड-19 से निपटने में डब्ल्यूएचओ के प्रयासों की स्वतंत्र जाचं करने की मांग करने वालों में 62 देश शामिल हैं।