इस्लाम के खिलाफ नफरत भरा पोस्ट करने पर यूएई में तीन और भारतीयों की नौकरी गई

इस्लाम के खिलाफ नफरत भरा पोस्ट करने पर यूएई में तीन और भारतीयों की नौकरी गई

दुबई। संयुक्त अरब अमीरात ने सोशल मीडिया पर इस्लाम के खिलाफ नफरत भरा पोस्ट शेयर करने वाले तीन भारतीय मूल के लोगों को वापस भेज दिया है। नफरत भरा पोस्ट शेयर करने वाले तीनो भारतीयों को न सिर्फ नौकरी से हाथ धोना पड़ा बल्कि उन्हें दोबारा यूएई में एंट्री दिए जाने पर भी रोक लग गई है।

जिन तीन भारतीयों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी उनमे शेफ रोहित रावत, स्टोरकीपर सचिन किन्निगोली और कैशियर शामिल हैं। आज़ादिया ग्रुप जो कि दुबई में हाई-एंड इटालियन रेस्तरां चेन का संचालन करता है के प्रवक्ता ने रोहित रावत के नौकरी से निकाले जाने की पुष्टि की है। रोहित रावत इसी कंपनी में इटालियन शैफ था।

वहीँ शारजाह स्थित न्यूमिक्स ऑटोमेशन ने भी पने स्टोरकीपर सचिन किनिगोली को नौकरी से निकाले जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाही की जा रही है और उसे नौकरी से निकाल दिया गया है।

फर्म के मालिक की तरफ से कहा गया कि हमने भारतीय मूल के स्टोरकीपर सचिन किनिगोली का वेतन को रोक दिया है और उनसे कहा है कि वह काम पर न आएं। धार्मिक मामलो को लेकर टिप्पणी के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। किसी का अपमान करने या किसी के धर्म के प्रति अवमानना ​​करने का दोषी पाए जाने पर कोई भी हो, उसे परिणाम भुगतना होगा।

इसी तरह, दुबई स्थित ट्रांसगार्ड ग्रुप ने कहा कि उन्होंने अपने भारतीय मूल के एक कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है, जिसने विशाल ठाकुर के नाम से अपने फेसबुक पेज पर कई इस्लामिक विरोधी संदेश पोस्ट किए थे।

ट्रांसगार्ड ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि आंतरिक जांच के बाद, इस कर्मचारी की वास्तविक पहचान को सत्यापित किया गया और उससे सिक्योर क्रेडेंशियल्स वापस ले लिया गया है। हमने अपनी कंपनी से उसका रोज़गार समाप्त कर दिया है और कंपनी की नीति और यूएई साइबरक्राइम कानून नंबर 5 2012 के तहत उसे संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है। अब वह वह दुबई पुलिस की हिरासत में है।

प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि एक व्यक्ति जो प्रकाश कुमार के नाम से घृणित टिप्पणी पोस्ट कर रहा है, वह उनकी कंपनी का कर्मचारी नहीं है। “ट्विटर यूजर प्रकाश कुमार” ने झूठा दावा किया है कि वह ट्रांसगार्ड के लिए काम करता है।

ट्रांसगार्ड के प्रवक्ता ने कहा कि जैसा कि कई बार उल्लेख किया गया है, हमने मामला अधिकारियों को सौंप दिया है और चूंकि यह व्यक्ति हमारा कर्मचारी नहीं है, इसलिए हमे इस मामले पर कोई और सफाई देने की आवश्यकता नहीं है।

गौरतलब है कि अभी हाल ही में यूएई में भारत के राजदूत ने भारतीय मूल के लोगों को संयुक्त अरब अमीरात में हेट स्पीच के खिलाफ सख्त कानूनों के बारे में चेताया था।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital