सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, बताई ये वजह
लखनऊ। पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई थीं और कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर बहराइच से लोकसभा चुनाव लड़ी थीं लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।
इस्तीफा देने के बाद सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने प्रियंका से मिलकर देश में संविधान लागू करने, आरक्षण कोटा पूरा करने और ईवीएम के खिलाफ लड़ाई शुरू करने के लिए कहा था लेकिन प्रियंका गांधी ने मेरी बातो को नज़रअंदाज किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि ईवीएम के खिलाफ आंदोलन की बात को प्रियंका ने यह कह कर ठुकरा दिया कि यह हमारी सरकार द्वारा ही लायी गई थी, इसका विरोध नहीं कर सकते।
सावित्री बाई फुले ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस से आज इस्तीफा दे दिया है और 19 जनवरी को लखनऊ के रविंद्रालय में उन्होंने अपने संगठन नमो बुद्धाय सेवा समिति का अधिवेशन बुलाया है। जिसमे वे अपनी नई राजनैतिक पार्टी बनाने का एलान करेंगी।
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में सावित्रीबाई फुले बीजेपी के टिकिट पर चुनाव जीती थीं लेकिन दलित हितो को लेकर उनका बीजेपी से टकराव रहा और यह टकराव गहराता चला गया। जिसके चलते उन्होंने 2019 के लोसकभा चुनाव से पहले 6 दिसम्बर 2018 को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गई थीं।
बीजेपी से इस्तीफा देते समय सावित्री बाई फुले ने आरोप लगाया था कि दलित सांसद होने के कारण उनकी बातों को पार्टी में अनसुना किया गया।