पेगासस मामला: राज्य सभा में हंगामा, आईटी मिनिस्टर के हाथ से स्टेटमेंट छीनकर फाड़ा

पेगासस मामला: राज्य सभा में हंगामा, आईटी मिनिस्टर के हाथ से स्टेटमेंट छीनकर फाड़ा

नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले में आज राज्य सभा में जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में विपक्ष ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया। इतना ही नहीं भारी हंगामे के बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव के हाथ से उनका स्टेटमेंट छीनकर फाड़ डाला।

स्टेटमेंट छीनकर फाड़ने की घटना उस समय हुई जब सूचना तकनीकी मंत्री (आईटी मिनिस्टर) अश्विनी वैष्णव राज्य सभा में स्टेटमेंट देने के लिए खड़े हुए हुए थे। इसी दौरान टीएमसी के सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से पेपर छीनकर फाड़ा और उपसभापति की तरफ उछाल दिया।

टीएम सांसद के इस व्यवहार की बीजेपी के नेताओं की निंदा की है। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि आईटी मंत्री से पेपर लेकर फाड़ना अनुचित व्यवहार है।

विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विपक्ष विशेष रूप से टीएमसी और कांग्रेस के सदस्य इतने नीचे गिर जाएंगे कि वे राजनीतिक विरोधी होते हुए भी देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले काम करेंगे। आज सदन में एक सदस्य ने बयान देने वाले मंत्री से कागजात छीन लिए।

गौरतलब है कि पेगासस जासूसी मामले में विपक्ष सरकार को संसद के दोनो सदनों में घेर रहा है। मानसून सत्र के तीसरे दिन भी पेगासस मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही के व्यवधान उतपन्न हुआ।

इससे पहले आज मानसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने किसान बिल वापसी और स्नूपिंग को लेकर जबरदस्त हंगामा किया।

लोकसभा में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, डीएमके और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य विरोध जताते हुए वेल में पहुंच गए। इसके कारण लोकसभा की कार्यवाही को लगातार तीसरी बार स्थगित करना पड़ा।

हंगामे के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला विपक्षी के सांसदों से शांति बनाए रखने की गुहार लगाते दिखाई दिए। उन्होंने विपक्षी सांसदों से कहा कि सदन की मर्यादा बनाए रखना विपक्ष की भी जिम्मेदारी है। लोकतंत्र को सशक्त बनाना हम सब का सामूहिक दायित्व है। जनता ने हमें हंगामा करने और तख्तियां दिखाने के लिए नहीं भेजा है।

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TeamDigital