पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन: पढ़िए- भाषण में कही गयीं अहम बातें
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में एलान किया कि गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबो को मिलने वाले मुफ्त राशन का वितरण नवंबर माह तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह कार्य देश के किसानो और देश के लोगों द्वारा ईमानदारी से टेक्स देने के कारण संभव हुआ है।
पीएम मोदी ने अनलॉक-2 में सावधानियां बरतने, मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अनलॉक-1 में लोगों ने कुछ लापरवाही बरती है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को हमे रोकना होगा, टोकना होगा।
पीएम ने कहा कि आपने खबरों में देखा होगा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार का जुर्मान लग गया क्योंकि वे सार्वजनिक स्थान पर बिना मास्क पहने गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाहे एक गाँव का प्रधान हो या देश का प्रधान हो, देश से ऊपर कोई नहीं हो सकता।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि समय से फैसले लेने से किसी भी समस्या का मुकाबला करने की शक्ति दो गुना बढ़ जाती है। उन्होंने लॉकडाउन का ज़िक्र करते हुए कहा कि हम सभी ने ये ध्यान रखा कि कोई भूखा न रह जाए। इसके लिए राज्य सरकारों ने, स्वयंसेवी संस्थाओं ने और सिविल सोसायटी के लोगों ने हर संभव प्रयास किये।
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन होते ही सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई. इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। बीते तीन महीनों में जनधन खातों में 31 हजार करोड़ रुपये जमा करवाए गए. 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपये जमा हुए हैं।
पीएम ने कहा कि त्योहारों का समय खर्च भी बढ़ाता है। इसलिए फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दिवाली और छठ पूजा तक, यानी नवंबर के आखिरी तक कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु के बाद कृषि क्षेत्र में ज्यादा काम होता है। जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनता है। सावन शुरू हो रहा है। रक्षाबंधन आएगा, कृष्ण जन्माष्मी आएगी। प्रत्येक परिवार को हर महीने पांच किलो गेहूं या चावल और एक किलो चना दिया जाएगा। इसमें 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। पिछले महीने का खर्च भी जोड़ दें तो करीब 1.5 लाख करोड़ हो जाता है।
राष्ट्र के नाम छटवां संबोधन:
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का यह राष्ट्र के नाम छटा सम्बोधन है। इससे पहले पीएम मोदी 5 बार राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं।
राष्ट्र के नाम अपने पहले सम्बोधन में पीएम मोदी ने 19 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था। इसके बाद 24 मार्च को राष्ट्र के नाम दूसरे संबोधन में पीएम मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। वहीँ तीसरे संबोधन में 03 अप्रैल को देश की जनता से दीपक/केंडिल जलाने की अपील की थी। राष्ट्र के नाम चौथे संबोधन में पीएम मोदी ने 14 अप्रैल- लॉकडाउन-2 की घोषणा की थी वहीँ पांचवे संबोधन में पीएम मोदी ने 12 मई को लॉकडाउन 4 का ऐलान किया था।