कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव में आवागमन पर सख्ती से रोक लगाई जाए -कलेक्टर

कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव में आवागमन पर सख्ती से रोक लगाई जाए -कलेक्टर

उज्जैन(विशाल जैन)। शनिवार को कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने महिदपुर और नागदा तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वहां कोरोना संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया ।

कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव में आवागमन पर सख्ती से रोक लगाई जाए, जनता कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जाए । गांवों में किसी तरह के आयोजन जिनमे में विवाह आदि शामिल है, पर भी सख्ती से रोक लगाई जाए ।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि कार्यक्रम आयोजित करने की कोशिश की जाएगी तो संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री अंकित अस्थाना, सीएमएचओ डॉ महावीर खंडेलवाल एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

झुटावद में होम क्वारन्टीन से मिले सर्वे दल से बात की:

कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने महिदपुर के गांव झुटावद पहुंच कर गांव में कोविड संक्रमण के बारे में सरपंच और सचिव से जानकारी ली । कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांवों में लोगों के आवागमन पर सख्ती से रोक लगाई जाए । जनता कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करें । अपने घरों में ही रहे । अनावश्यक घर से बाहर ना निकले ।

कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिए कि गांव में चौपाल और अनावश्यक लोगों की भीड़ ना लगाई जाए । अंतिम यात्रा में भी 10 से अधिक लोग शामिल न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए । उन्होंने गांव के सचिव से पूछा कि गांव में कोई वैवाहिक कार्यक्रम या अन्य कार्यक्रम तो नहीं हो रहे हैं, जिस पर सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि गांव में ऐसा कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है ।

कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि यदि कोई चोरी-छिपे विवाह कर भी लेता है तो उसे विवाह का प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा । पुलिस अधीक्षक शुक्ल ने स्थानीय पुलिस अधिकारी को निर्देश दिए कि गांवों में सतत पेट्रोलिंग करें ।

इतना ही नहीं कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिए कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद यदि किसी व्यक्ति को डॉक्टर के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई किए जाने की सलाह दी जाती है तो उसे ही सिलेंडर उपलब्ध प्रमाणित संस्था द्वारा करवाए जाएं । जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है उन्हें सिलेंडर दिए जाने पर जेल भेजा जाएगा।

इस दौरान कलेक्टर आशीष सिंह ने गांव में सर्वे दल से भी चर्चा की। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा की सर्वे दल घर घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करें तथा सर्दी खांसी और बुखार जैसे लक्षण होने पर तुरंत व्यक्ति का इलाज प्रारंभ कर दें ।

उन्होंने कहा कि आमजन में टीके के प्रति भ्रांतियों को दूर करें। मेडिकल किट का शत-प्रतिशत वितरण किया जाए । दो गांवों के ऊपर एक एएनएम अथवा एक सीएचओ की ड्यूटी लगाई गई है । सर्वे दलों को थर्मल गन और ऑक्सीजन पल्स मीटर अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवाए जाएं ताकि लोगों की जांच में किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो ।

कलेक्टर आशीष सिंह ने गांवों में होम आइसोलेटेड पॉजिटिव मरीजों के घर पहुंच कर उनका हालचाल पूछा । कलेक्टर ने पूछा कि अब उनका स्वास्थ्य कैसा है, उन्हें कोरोना के कौन से लक्षण हुए थे । कलेक्टर ने निर्देश दिए कि 5 गांवों पर एक कोविड सुरक्षा दल वाहन लगाया जाए जो निरंतर गांव में भ्रमण करें।

कलेक्टर ने स्थानीय सीएचओ से गांव में फीवर क्लीनिक में आने वाले लोगों की संख्या, ओपीडी में आने वाले लोगों की संख्या तथा पॉजिटिविटी दर के बारे में जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि कोरोना संक्रमण की सीवियरिटी पहले से काफी कम हुई है । लोगों की सैंपलिंग प्रतिदिन की जा रही है । कलेक्टर ने निर्देश दिए कि फीवर क्लीनिक में आने वाले लोगों का डाटा अलग रखा जाए । सर्वे दल और सक्रियता के साथ कार्य करें ।

महिदपुर रोड का निरीक्षण किया:

महिदपुर रोड के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत में कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करवाया जाए । स्थानीय ग्रामीणजन भी कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु अपनी जिम्मेदारी समझे। गांव में दुकानें अनावश्यक न खोली जाएं। ग्रामीण स्तर पर समिति का निर्माण कर ट्रेनिंग दिलवाई जाए। बिना डॉक्टर के पर्चे के कहीं भी ऑक्सीजन सिलेंडर वितरित न किए जाएं। महिदपुर रोड में फीवर क्लीनिक में इलाज के लिए आने वाले लोगों की जानकारी कलेक्टर ने स्थानीय सीएचओ से प्राप्त की ।

बताया गया कि पॉजिटिविटी दर में बीते कुछ दिनों से कमी आई है। महिदपुर रोड में सर्वे दल द्वारा काफी अच्छा कार्य किया जा रहा है । बीमार को चिन्हित कर तुरंत उनका इलाज किया जा रहा है । बताया गया कि ग्रामीण लोग अब कोरोना के प्रति जागरूक हो रहे हैं । डोर टू डोर सर्वे कर मेडिकल किट वितरित की जा रही है।

कलेक्टर ने यहां सर्वे दल से कहा कि सर्वे का तीसरा चरण प्रारंभ हो चुका है । घर घर जाकर हर एक व्यक्ति की जांच करें । जो लोग कोरोना कर्फ्यू का पालन नहीं कर रहे हैं तथा चोरी छुपे दुकानें खोलकर सामान बेच रहे हैं उन पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी ।

नागदा के हिडी ग्राम में पहुंचे, रजला के नवाचार की प्रशंसा की:

कलेक्टर द्वारा नागदा के हीडी ग्राम का निरीक्षण किया गया । कलेक्टर ने सर्वे दल से पूछा कि सर्वे के कितने चरण गांव में पूरे हो गए हैं । सर्दी, जुकाम, खांसी से पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल किट वितरित की जा रही है अथवा नहीं। इस पर सर्वे दल द्वारा जानकारी दी गई कि लक्षण होने पर दवाई वितरित कर संक्रमण को वहीं रोकने का प्रयास किया जा रहा है तथा ऐसे मरीज मिलने पर सतत संपर्क में रहकर फॉलोअप लिया जा रहा है ।

कलेक्टर ने नागदा के गांव रजला का भी निरीक्षण किया । उल्लेखनीय है कि रजला के गांव वासियों ने ही स्वयं जागरूकता का परिचय देते हुए गांव में प्रवेश के मुख्य मार्ग पर बैरियर लगा दिया है तथा बाहरी व्यक्ति को प्रवेश निषेध कर दिया गया है । ग्रामीण जनों की जागरूकता तथा नवाचार की कलेक्टर ने प्रशंसा की । उल्लेखनीय है कि रजला गांव के लोग काफी जागरूक हैं तथा उन्होंने गांव में ही क्वॉरेटाइन सेंटर भी बनाया है तथा वहीं पर भाप लेने का केंद्र भी बनाया गया है। सर्दी, खांसी या बुखार से पीड़ित व्यक्ति स्वयं को क्वारंटाइन सेंटर में आइसोलेट कर लेते हैं । जिससे उनके परिवार के लोगों को संक्रमण न हो। कलेक्टर ने इसकी प्रशंसा की । वर्तमान में रजला गांव में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है ।

कलेक्टर ने नागदा के बेरछा गांव में पहुंचकर स्थानीय लोगों से चर्चा की । उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार में निर्धारित संख्या से अधिक लोग शामिल न हो । साथ ही गांव में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित न किए जाएं । कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए की प्राइवेट डॉक्टरों की सूची बनाकर उनकी ड्यूटी ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगाई जाए तथा मोबाइल टीम बनाई जाए जो गांव में सतत भ्रमण कर सके। कलेक्टर ने नागदा के एसडीएम श्री आशुतोष गोस्वामी को नागदा में कोरोना कर्फ्यू का सख्ती पालन करवाने के निर्देश दिए

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