मध्य प्रदेश: 28 सीटों के लिए उपचुनाव संपन्न, क्या है जानकारों की राय

मध्य प्रदेश: 28 सीटों के लिए उपचुनाव संपन्न, क्या है जानकारों की राय

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में आज विधानसभा की 28 सीटों के लिए मतदान का काम पूरा हो गया है। चुनाव अधिकारी के मुताबिक शाम साढ़े छह बजे तक 68.81 प्रतिशत मतदान हुआ है।

मतदान संपन्न होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी की तरफ से जीत के दावे किये गए हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने दावा किया गया है कि पार्टी आज हुए उपचुनाव की सभी 28 सीटों पर जीत रही है। राज्य कांग्रेस के ट्विटर हैंडलर से किये गए ट्वीट में कहा गया है कि “मध्यप्रदेश में बंपर मतदान, —बीजेपी की सभी 28 सीटों पर पराजय 100% तय..!”

वहीँ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “जनता ने उत्साहपूर्वक बढ़ चढ़कर उप चुनाव में भाग लिया। बंपर वोटिंग हुई है। जनता ने लोकतंत्र में विश्वास व्यक्त करते हुए मतदान को अपना पवित्र कर्तव्य माना है। कुछ स्थानों पर 2018 से ज्यादा वोटिंग हुई है। जितनी बंपर वोटिंग हुई है उतनी बंपर हमारी जीत होगी।”

सूत्रों के मुताबिक मतदान समाप्त होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी सीटों की रिपोर्ट मांगी है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि कमलनाथ दिनभर सभी सीटों पर पार्टी के विधानसभा प्रभारियों से फीडबैक लेते रहे।

आंकड़े बताते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ वाले इलाको में मतदाताओं ने अधिक रूचि नहीं दिखाई है। ग्वालियर और ग्वालियर पूर्व, ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले क्षेत्र है। शहरी क्षेत्र में होने के बावजूद दोनों विधान सभा में इतना कम मतदान हुआ है। उपचुनाव की 28 सीटों में केवल यही दो ऐसी है जहां पर 50 फीसदी से कम मतदान हुआ है।

कहां कितना मतदान:

मध्‍य प्रदेश में सबसे अधिक मतदान धार जिले की बदनावर सीट पर 83.20 प्रतिशत हुआ है। वहीँ सबसे कम मतदान ग्वालियर पूर्व सीट पर 48.15 प्रतिशत दर्ज हुआ।

इसके अलावा आगर मालवा में 80.54 प्रतिशत, अंबाह में 54.30, अनूपपुर में 67.60, अशोक नगर में 69.79, बमोरी में 78.84, भांडेर में 71.59, ब्यावरा में 80.01, डबरा में 66.68, दिमनी में 61.06, गोहद में 54.48, ग्वालियर में 56.15, ग्वालियर पूर्व में 48.15, हाटपिपल्या में 80.84, जौरा में 69, करेरा में 72.11, बड़ा मलहरा में 68.06, मंधाता में 73.44, मेहगांव में 61.18, मुरैना में 57.80, मुंगावली में 77.17, नेपानगर में 75.81, पोहरी में 70.05, सांची में 68.87, सांवेर में 74.34, सुमावली में 63.04, सुरखी में 70.55 और सुवासरा में 79.97 प्रतिशत मतदान हुआ है।

क्या कहते हैं चुनावी जानकार:

चुनावी जानकारों का कहना है कि इस बार मतदान का प्रतिशत देखा जाए तो 2018 के विधानसभा चुनाव से कम है। 2018 के विधानसभा चुनाव में 75.63% मतदान हुआ था जबकि आज 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए 68.81% मतदान हुआ है। यानि पिछले विधानसभा चुनाव से करीब 6.5 फीसदी वोटिंग कम हुई है।

जानकारों की माने तो कम मतदान बीजेपी के लिए नुकसान के संकेत हैं। पिछले चुनाव से कम मतदान का स्पष्ट मतलब यही है कि संघ के कार्यकर्ताओं ने इस बार मतदान में अधिक रूचि नहीं दिखाई है और संघ ने अपनी परम्परा के अनुसार मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने का काम नहीं किया है।

आंकड़े बताते हैं कि कुछ एक सीटों को छोड़कर अधिकांश सीटों पर 2018 के मुकाबले कम मतदान हुआ है। जानकारों की माने तो जिन 28 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं उनमे से अधिकांश सीटों पर कांग्रेस से बीजेपी में गए लोगों को उम्मीदवार बनाया था। यही कारण है कि उपचुनाव के लिए हुए मतदान में जहाँ कांग्रेस पूरी तरह एकजुट दिखी वहीँ बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं ने चढ़बढ़कर हिस्सा नहीं लिया।

मध्य प्रदेश के उपचुनाव के परिणाम को कई मायनो में अहम माना जा रहा है। उपचुनाव के परिणाम राज्य में तीन बड़े चेहरों शिवराज सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनैतिक भविष्य तय करेंगे। इतना नही राज्य की शिवराज सरकार बनी रहेगी या जायेगी,ये भी उपचुनाव के परिणामो से ही तय होगा।

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