विपक्ष पूरे सत्र करेगा राज्य सभा का बहिष्कार, तीसरा कृषि विधेयक भी पास
नई दिल्ली। राज्य सभा में आज वस्तु संशोधन विधेयक पास हो गया है। आज पास हुए विधेयक के साथ ही राज्य सभा में कृषि से जुड़े तीनो विधेयक पास हो गए हैं।
वहीँ दूसरी तरफ विपक्ष ने पूरे मानसून सत्र के लिए राज्य सभा के बहिष्कार का एलान किया है। निलंबित सांसदों ने संसद भवन परिसर में अपना धरना खत्म कर दिया है।
कांग्रेस नेता और राज्य सभा सांसद गुलाम नबी आज़ाद ने राज्य सभा में कहा ‘जब तक हमारे सांसदों के संस्पेंशन को वापिस नहीं लिया जाता और किसान के बिलों से संबंधित हमारी मांगों को नहीं माना जाता विपक्ष सत्र से बायकॉट करती है।’
उन्होंने कहा ‘पिछले दो दिनों में जो सदन में हुआ मुझे नहीं लगता कि उससे कोई भी खुश है…करोड़ों लोगों को जो रिप्रेजेंट करते हैं उन्हें करोड़ों लोग देखते हैं। जो लक्ष्य है यहां आने का वो तो पूरा होना चाहिए।’
गुलाम नबी आज़ाद ने कहा ‘जब ये बिल ला रहे थे तो MSP उस वक्त अनाउंस करनी चाहिए थी पर नहीं की। खैर MSP बाद में अनाउंस किया गया जिसका हम स्वागत करते हैं। MSP को लेकर हमने तीन कंडीशनें रखी हैं जब तक वो पूरी नहीं हो जाती ये बायकॉट जारी रहेगा।’
समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा ‘मैंने न केवल सांसदों की सदन वापसी की मांग की बल्कि मैंने विपक्ष की तरफ से माफी भी मांगी। लेकिन मेरी माफी के बदले कोई रिस्पांस नहीं दिया गया इससे मुझे बहुत कष्ट हुआ। इसलिए मैं और मेरी पूरी पार्टी संसद के इस पूरे सत्र का बहिष्कार करती है।’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने एलान किया है कि वह निलंबित सांसदों के समर्थन में एक दिन का उपवास रखेंगे। पवार ने कहा ‘मैं उनके (आठ निलंबित राज्यसभा सांसदों) प्रदर्शन में भी हिस्सा लूंगा। मैं उनके साथ समर्थन दिखाने के लिए एक दिन का उपवास करूंगा।’
दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हमें उम्मीद थी कि कांग्रेस राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विरोध करेगी। राज्यसभा के निलंबित सदस्यों द्वारा अपने आचरण के लिए माफी मांगने के बाद ही हम निलंबन रद्द करने पर विचार करेंगे।’