फेक्ट चेक: पाकिस्तान की संसद में नहीं लगे मोदी मोदी के नारे
नई दिल्ली। क्या पाकिस्तान की संसद में मोदी-मोदी के नारे लगे थे। कुछ न्यूज़ चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पाकिस्तान की संसद का दो मिंनट का वीडियो चलाया गया। दावा किया गया कि पाकिस्तान की संसद में बहस के दौरान सांसदों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
बीबीसी के मुताबिक पाकिस्तान की संसद में मोदी-मोदी के नहीं बल्कि वोटिंग-वोटिंग के नारे लगाए गए थे। यह नारे फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के दिए बयान पर पाकिस्तान के सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा संसद में लाये गए प्रस्ताव पर वोटिंग की मांग को लेकर लगाए गए थे।
पाकिस्तान की संसद में लगे वोटिंग वोटिंग के नारो को लेकर कई न्यूज़ चैनलो ने इसका विवरण दिए बिना ही मोदी-मोदी के नारे लगाए जाने का दावा करते हुए इस वीडियो को दिखाया।
टाइम्स नाउ, इंडिया टीवी, इकोनॉमिक्स टाइम्स और बड़ी तादाद में सोशल मीडिया बीजेपी समर्थक यूज़र्स सभी ने ये ग़लत दावा किया कि पाकिस्तान में विपक्ष के नेताओं ने इमरान ख़ान को नीचा दिखाने के लिए ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। हालांकि टाइम्स नाउ ने अपने ट्वीट को डिलीट कर लिया वहीँ कुछ समाचार पत्रों की वेबसाइट से ये भ्रामक खबर हटा ली गई है। इसमें इकोनॉमिक टाइम्स भी शामिल है।
दरअसल, फ्रांस में ये विवादित कार्टून एक क्लास में दिखाने के बाद एक शिक्षक की हत्या कर दी गई थी. शिक्षक अभिव्यक्ति की आज़ादी के बारे में पढ़ा रहे थे। इस घटना को लेकर फ़्रांस के राष्ट्रपति के बयान से विवाद पैदा हो गया। फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा दिए गए बयान की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी आलोचना की थी।
फ़्रांस में पैगंबर मुहम्मद के विवादित कार्टून को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद चाहते थे कि संसद में निंदा प्रस्ताव लाया जाए। इस मामले पर पाकिस्तान में विपक्ष के नेता ख़्वाजा आसिफ़ ने वोटिंग की मांग की। इस दौरान सांसदों ने वोटिंग-वोटिंग के नारे लगाते हुए निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग की मांग की।