3 मार्च तक ED की हिरासत में भेजे गए महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है। मंत्री नवाब मलिक को आठ दिन तक प्रवर्तन निदेशालय की रिमांड पर भेजा गया है। वे 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में रहेंगे।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े धन शोधन के एक मामले में, बुधवार को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक से पूछताछ की। नवाब मलिक ‘धन शोधन निवारण अधिनियम’ (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराने ईडी कार्यालय में पहुंचे थे।
गिरफ्तार किए जाने के बाद नवाब मलिक ने कहा है कि हम गिरफ्तारी से डरने वाले नहीं हैं। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। नवाब मलिक के वकील तारिक सैय्यद ने मीडिया को बताया कि ज़मानत के लिए अदालत कल हमारे आवेदन पर सुनवाई करेगी जिसमें नवाब मलिक को उनकी हिरासत के दौरान दवाएं ले जाने और घर से भोजन प्राप्त करने की अनुमति मांगी गई है। साथ ही हिरासत में पूछताछ के दौरान वकील की उपस्थिति की भी मांग की गई है।
वहीँ एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने उनके इस्तीफे की मांग की है। बीजेपी की मांग पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा कि नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा।
ED द्वारा नवाब मलिक की गिरफ़्तारी पर महाराष्ट्र के पूर्व CM और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि दाऊद जैसे देश के दुश्मन को मदद जिसके माध्यम से हुई उसको बचाने के लिए और उनका मंत्री पद बचाने के लिए पूरी सरकार (महाराष्ट्र सरकार) उनके पीछे खड़ी है, इसका देश को जवाब इस सरकार को देना पड़ेगा।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने नवाब मलिक का बचाव करते हुए कहा कि नवाब मलिक को ED ने गलत तरह से गिरफ़्तार किया है। कोर्ट में कई सालों तक 1992 बम धमाका मामला चला जिसमें बहुत लोगों को फांसी और सज़ा हुई थी। उस मामले में नवाब मलिक का नाम कहीं नहीं आया था।
बता दें कि अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों, संपत्ति की अवैध रूप से कथित खरीद-फरोख्त और हवाला लेनदेन के संबंध में ईडी ने 15 फरवरी को मुंबई में छापेमारी की थी और एक नया मामला दर्ज किया था जिसके बाद मलिक से पूछताछ की जा रही है।
एजेंसी ने 10 स्थानों पर छापेमारी की थी जिसमें 1993 के बम धमाके के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पार्कर, भाई इकबाल कासकर और छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट के परिसर शमिल हैं। कासकर पहले से जेल में है जिसे एजेंसी ने पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। ईडी ने पार्कर के बेटे से भी पूछताछ की थी।