रोहित वेमुला सुसाइड और नजीब गुमशुदगी पर खामोश मीडिया सुशांत मामले में गढ़ रहा कहानियां
- 15 अक्टूबर 2016 को दिल्ली के जेएनयू से गायब हुआ था नजीब
- 17 जुलाई 2016 को रोहित वेमुला ने किया था सुसाइड
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में सीबीआई अपनी जांच कर रही है। सीबीआई ने अपनी जांच को तेजी से आगे बढ़ाते हुए उन तमाम लोगों के बयान दर्ज किये हैं जो सुशांत सिंह राजपूत के नजदीकी माने जाते थे। इतना ही नहीं सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच में फुर्ती दिखाते हुए अलग अलग टीमें बनाई हैं। इनमे से एक टीम मुंबई पुलिस द्वारा की गई अब तक की जांच पर भी काम कर रही है।
इस सब से अलग मीडिया में जिस तरह की एकतरफा ख़बरें आ रही हैं उनसे साफ़ ज़ाहिर होता है कि मीडिया सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस को हॉट केक की तरह इस्तेमाल कर पैसे बनाने में जुटा है।
हालांकि सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में अभी सीबीआई किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है लेकिन देश के अलग अलग न्यूज़ चैनल इस मामले को अपने-अपने तरीके से ट्वीस्ट दे रहे है। बिना किसी सबूत और आधार के मीडिया जो कुछ कह रहा है वह उसे सच साबित करने के लिए सूत्रों का सहारा ले रहा है।
सुशांत सिंह राजपूत मामले को और ज़्यादा रहस्यमयी बनाने की चाहत में कुछ न्यूज़ चैनलों ने इस पूरे मामले को अंडरवर्ल्ड डाउन दाऊद से भी जोड़ दिया है। अब इस मामले में इंतज़ार सिर्फ पाकिस्तान का नाम जुड़ने का है।
सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस से पहले भी इस देश में कई ऐसे केस हुए हैं जिनका आज तक कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन मीडिया ने ऐसे मामलो को अपने चैनलों पर बहस का मुद्दा बनाने से परहेज किया।
सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में जो मीडिया दिन रात जुटा है उसी मीडिया ने नजीब अहमद की गुमशुदगी और रोहित वेमुला सुसाइड केस को लेकर एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया।
गौरतलब है कि दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) यूनिवर्सिटी से गायब छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी को करीब 4 साल पूरे होने जा रहे हैं, वहीँ सुसाइड करने वाले छात्र रोहित वेमुला के केस को भी करीब 4 वर्ष से अधिक का समय पूरा हो चूका है लेकिन कभी किसी न्यूज़ चैनल को इन मामलो की सुध भी नहीं रही।