घर वापस जा सकेंगे लॉकडाउन में फंसे लोग, गृहमंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते अपने घरो से दूर दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों के घर वापस जाने का रास्ता साफ़ हो गया है। गृहमंत्रालय ने आज इसके लिए एडवाइजरी जारी की है।
गृहमंत्रालय के मुताबिक, सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपने यहां फंसे लोगों को उनके गृह राज्यों में भेजने और दूसरी जगहों से अपने-अपने नागरिकों को लाने के लिए स्टैंडर्ड प्रॉटोकॉल तैयार करेंगे। एडवाइजरी में कहा गया है कि राज्यों की सरकारें बस से लोगों को ले जाएगी।
नई गाइडलाइन में गृह मंत्रालय ने कुछ शर्तों के साथ राज्यों को इन फंसे लोगों को ले जाने की अनुमति दी है। गाइडलाइंस के मुताबिक, राज्य और केंद्रशासित प्रदेश इस काम के लिए नोडल अथॉरिटी नामित करेंगे और ये अथॉरिटी अपने-अपने यहां फंसे लोगों का रजिस्ट्रेशन करेंगी। जिन राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही होनी है, वहां की अथॉरिटी एक दूसरे से संपर्क कर सड़क के जरिए लोगों की आवाजाही सुनिश्चित करेंगी।
इतना ही नहीं एडवाइजरी में निर्देश दिए गए हैं कि बस के चलने से पहले पूरी तरह से उसे सेनिटाइज किया जाएगा और लोगों को बस में बैठाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा। गंतव्य पर पहुंचने के बाद लोगों के स्वास्थ्य का आकलन और स्क्रीनिंग स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की जाएगी और उन्हें क्वारेंटाइन में रखा जाएगा।
गृहमंत्रालय ने अपनी गाइडलाइन में यह भी कहा है कि जाने वाले लोग आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर सकते हैं ताकि उनके स्वास्थ्य के आकलन के साथ-साथ उनकी मॉनिटरिंग हो सके और उन्हें ट्रेस किया जा सके।
कांग्रेस नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने प्रवासियों और छात्रों को घर भजने की अनुमति देने के सरकार के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही चिदंबरम ने सरकार को सुझाव दिया है कि इन लोगों को ले जाने के लिए सैनिटाइज्ड कर ट्रेनें चलानी चाहिए। क्योंकि, बस इसके लिए पर्याप्त नहीं होगी।