लॉकडाउन खोलने पर सरकार में मंथन जारी, लगाई जा सकती हैं कुछ शर्तें
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के कारण देश में लागू किये गए 21 दिनों के लॉक आउट की समय 14 अप्रेल रात 12 बजे समाप्त हो रहा है, ऐसे में लॉकडाउन खुलने को लेकर अभी से कयास लगाए जा रहे हैं।
वहीँ रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना के कुल 505 नए मामले सामने आएं हैं। जिसके बाद कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 3,577 हो गई है। वहीं, अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है।
पिछले 24 घंटो में कई राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद अनुमान से अधिक बढ़ी है। राजधानी दिल्ली में रविवार को कुल 58 मामले कोरोना के पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 503 हो गई है। जिसमें 320 तब्लीगी जमात के लोग हैं। वहीं, 61 लोग विदेश से लौटने वाले हैं जबकि 18 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।
द संडे एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक लॉक डाउन समाप्त किये जाने की दिशा में केंद्र सरकार में मंथन जारी है और केंद्रीय मंत्रियों का एक ग्रुप लॉकडाउन हटाने के विकल्पों पर विचार विमर्श कर रहा है।
हालांकि उत्तर प्रदेश में 15 अप्रेल से लॉक डाउन खोले जाने के आसार बनते दिख रहे हैं। स्वयं मुख़्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विधायकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से की गई बातचीत में ऐसे संकेत दिए हैं। हालाँकि इसे अभी अंतिम निर्णय नहीं समझना चाहिए।
वहीँ माना जा रहा है कि केंद्र सरकार राज्यों में लॉक डाउन खोलने का फैसला वहां की सरकार पर छोड़ सकती है। यह राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की स्थति पर निर्भर करेगा।
कई राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में बढ़ोत्तरी जारी है। ऐसे में इन राज्यों को तय करना होगा कि लॉक डाउन खोला जाए या कुछ दिन और लॉक डाउन बनाये रखा जाए।
वहीँ जानकारों की माने तो लॉक डाउन को और अधिक बढ़ाने से समाज के उस तबके की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जिनकी आजीविका दैनिक मजदूरी, छोटे और अनियमित कारोबार से चलती है।
जानकारों के मुताबिक देश में अभी भी कोरोना का संकट बरकरार है। लॉक डाउन खोलने का मतलब यह कतई नहीं है कि कोरोना इस देश से समाप्त हो चूका है। यदि सरकार लॉक डाउन खत्म करने का एलान भी करती है तब भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने जैसी चीज़ें अनिवार्य रूप लागू रह सकती हैं।
इतना ही नहीं सरकार चरणवद्ध तरीके से भी लॉक डाउन समाप्त कर सकती है। इसमें शहरो के कुछ चुनिंदा इलाको को कुछ पाबंदियों की शर्त के साथ खोला जा सकता है या सरकार अभी भीड़भाड़ वाले इलाको में सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए कोई बड़े कदम उठा सकती है।
एक मीडिया रिपोर्ट को सही माने तो सरकार कर्फ्यू की तर्ज पर प्रतिदिन कुछ घंटो के लिए लॉक डाउन खोले जाने के उपाय पर भी काम कर सकती है। हालाँकि इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग खत्म होने का भय है।
एयर इंडिया ने अपनी सभी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स की बुकिंग को 30 अप्रेल तक के लिए स्थगित रखा है। एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि हम 14 अप्रैल के बाद के फैसले पर नजर रखे हुए हैं।
वहीँ भारतीय रेलवे अभी इस पर कुछ भी कहने से इंकार कर रहा है। अभी हाल ही में रेल मंत्रालय ने इतना ज़रूर कहा कि ‘यह साफ किया जाता है कि रिज़र्व ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग 24 मार्च से 14 अप्रैल के अलावा नहीं रोकी गई है। चूंकि आप रिज़र्व टिकट के लिए 120 दिन पहले तक टिकट बुक कर सकते हैं. इसलिए 15 अप्रैल और उसके बाद के लिए टिकट बुकिंग लॉकडाउन से बहुत पहले की खोल दिया गया था।’