देशभर में लॉकडाउन बढ़ने के आसार, कुछ जगह घट सकती है पाबंदियां
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की कवायद के तहत देशभर में लागू किये गए 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रेल रात्रि 12 बजे समाप्त होनी है लेकिन माना जा रहा है कि राज्यों की मांग पर लॉकडाउन की अवधि को बढाकर 30 अप्रेल तक किया जा सकता है।
देश के पांच राज्यों ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना ने पहले ही लॉकडाउन की अवधि को दो सप्ताह बढाकर 30 अप्रेल कर दिया है। वहीँ कुछ अन्य राज्य भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के पक्ष में हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हुई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में अधिकांश राज्यों ने लॉकडाउन की बढ़ाने पर अपनी सहमति जताई थी। कोरोना संक्रमण के सबसे ज़्यादा केस वाले राज्यों में एक महाराष्ट्र ने शनिवार को लॉकडाउन आगे बढ़ाने का एलान कर दिया है।
वहीँ कोरोना संक्रमण के मरीजों की बढ़ती तादाद को देखकर साफ़ है कि मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और दिल्ली भी लॉकडाउन की अवधि बढाकर 30 अप्रेल करने का फैसला ले सकते हैं।
उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड, दक्षिण भारत में आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक तथा पूर्वी भारत में बिहार, झारखंड में लॉकडाउन की अवधि बढाकर 30 अप्रेल किये जाने की पूरी संभावना है।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले 24 घंटे के अंदर लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का एलान करेंगे। हालाँकि जिन राज्यों के कुछ इलाके कोरोना संक्रमण के प्रभाव से मुक्त हैं उन राज्यों में लॉकडाउन के दौरान कुछ पाबंदियां हट सकती हैं।
हालाँकि यह भी तय माना जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए धार्मिक स्थलों, सिनेमाघरो, मॉल आदि पर पाबंदी बरकरार रहेगी तथा यातायात के साधन भी बंद रहेंगे।
इस बीच आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि आईसीएमआर की रिपोर्ट के मुताबित 4.3 फीसदी सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। अभी तक 1 लाख 86 हजार सैंपल लिए जा चुके हैं। हमारा फोकस ज्यादा से ज्यादा जांच पर है।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। अस्पतालों में आइसोलेशन बेड बढ़ाए जा रहे हैं। करीब 601 अस्पताल में एक लाख से अधिक बेड इंतजाम हैं। कोरोना से निपटने के लिए हमारी तैयारी मजबूत है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे में 34 लोगों की मौत हुई है, जबकि 716 लोगों ठीक हुए हैं।