एलएसी पर भारत-चीन के बीच तनाव को लेकर सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
नई दिल्ली। पूर्वी लदाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए देश के प्रमुख राजनैतिक दलों को न्यौता भेजा गया है।
यह बैठक उस समय हो रही है जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा संसद में एलएसी पर चीनी सैनिको की घुसपैठ को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दल सरकार को घेर रहे हैं।
लोकसभा में राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा था कि लद्दाख में स्थिति गंभीर है और चीन एलएसी की मौजूदा स्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है। राजनाथ सिंह ने अप्रैल से अब तक की सभी जानकारी देते हुए कहा कि हम इस विवाद को बातचीत से सुलझाना चाहते हैं, लेकिन अगर परिस्थिति बदली तो भारतीय सेना तैयार है।
इससे पहले आज कांग्रेस ने इस मुद्दे पर एक बार फिर सरकार पर हमला बोलते हुए सरकार से चार सवाल पूछे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि “विदेश राज्य मंत्री जयशंकर जी जब कहते हैं कि चीन के साथ व्यापार अब हमेशा की तरह वैसे नहीं हो सकता। हम उनसे जानना चाहते हैं कि आज भी वो इस बात पर अडिग हैं क्या? और अगर हैं तो मोदी जी ये व्यापार चीन के साथ वैसे ही क्यों कर रहे हैं? क्या दबाव है मोदी जी पर?”
सरकार से पूछे चार सवाल:
प्रेस ब्रीफिंग ने चीन के मुद्दे पर सरकार की तरफ से आ रहे अलग अलग बयानों पर सवाल करते हुए कहा कि हम यह पूछना चाहते हैं कि :
1- क्या हम उन्हीं क्षेत्रों में पहरा दे पा रहे हैं जैसा कि हम अप्रैल 2020 से पहले कर रहे थे?
2- प्रधानमंत्री ने 19 जून को झूठ क्यों बोला?
3- आप चीन को बार-बार क्लीन चिट क्यों दे रहे हैं?
4- रक्षा मंत्री के कहने का क्या मतलब है जब उन्होंने कहा कि चीन के साथ बातचीत सफल नहीं हो सकती?
वहीँ इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार की तरफ से आये अलग अलग बयानों का उल्लेख किया। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “आप chronology समझिए: PM बोले कि कोई सीमा में नहीं घुसा, फिर चीन-स्थित बैंक से भारी क़र्ज़ा लिया, फिर रक्षामंत्री ने कहा चीन ने देश में अतिक्रमण किया, अब गृह राज्य मंत्री ने कहा अतिक्रमण नहीं हुआ, मोदी सरकार भारतीय सेना के साथ है या चीन के साथ? इतना डर किस बात का?”
विपक्ष कर रहा चर्चा की मांग:
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वर्तमान स्थति को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर चर्चा के लिए दबाव बना रहा है। विपक्ष की मांग है कि पूर्वी लदाख में एलएसी की वास्तविक स्थति से देश को अवगत कराया जाए और इस पर संसद में चर्चा हो।
जब मॉनसून सत्र में प्रश्नकाल को रद्द किये जाने को लेकर कांग्रेस, टीएमसी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरा और चीन के मसले पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया।