आज किसान दिखाएंगे सरकार को अपना दम
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसान आज अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। सरकार के साथ अब तक सात बार बातचीत बेनतीजा रहने के बाद किसानो ने आज से अपना आंदोलन तेज करने का एलान किया है।
आंदोलनकारी किसानो ने अपना आंदोलन तेज करने के लिए 6 जनवरी से जनजागरण अभियान शुरू किया है। 7 जनवरी यानि आज सुबह 11 बजे एक्सप्रेसवे पर किसान चार तरफ से ट्रैक्टर मार्च करेंगे। कुंडली बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर से पल्लवल की तरफ, रेवासन से पल्लवल की तरफ ट्रैक्टर मार्च होगा।
आंदोलन तेज करने के लिए किसानो ने 5 जनवरी को बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने की रणनीति तैयार की गई। मंगलवार को स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव ने बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि देश के कोने-कोने में प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं, इनको गहरा किया जाएगा ताकि इस झूठ का पर्दाफाश किया जा सके कि ये आंदोलन सिर्फ पंजाब, हरियाणा का है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि 26 जनवरी को देश जो ऐतिहासिक गणतंत्र परेड देखने वाला है उसका एक ट्रेलर 7 जनवरी को दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि 6 जनवरी से दो हफ़्ते के लिए पूरे देश में देश जागरण का अभियान चलेगा।
इतना ही नहीं आंदोलनकारी किसान सरकार को पहले ही यह अल्टीमेटम दे चुके हैं कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रेक्टरो के साथ किसान गणतंत्र परेड निकालेंगे। किसान यह परेड गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद निकालेंगे।
किसान नेतोंओं ने कहा कि 26 जनवरी तक हमारे दिल्ली में डेरा डालने के दो महीने पूरे हो जाएंगे। हमने इस निर्णायक कदम के लिए गणतंत्र दिवस को चुना क्योंकि यह दिन हमारे देश में गण यानी बहुसंख्यक किसानों की सर्वोच्च सत्ता का प्रतीक है।
अपने आंदोलन को धार देने की कवायद के तहत किसान 13 जनवरी को लोहड़ी/ संक्रांति के अवसर पर देशभर में “किसान संकल्प दिवस” मनाएंगे और इस दिन तीनों कानूनों की प्रतियां जलाई जाएँगी। इतना ही नहीं किसानो ने इसके बाद 18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाने, 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की याद में “आजाद हिंद किसान दिवस” मनाने तथा देश के सभी प्रदेशो की राजधानियों में राज्यपाल के निवास के बाहर किसान डेरा डालने का एलान भी किया है।