26 जनवरी को ट्रेक्टर परेड के बाद 1 फरवरी को संसद कूच करेंगे किसान

26 जनवरी को ट्रेक्टर परेड के बाद 1 फरवरी को संसद कूच करेंगे किसान

नई दिल्ली। कृषि कानून के विरोध में पिछले दो महीने से आंदोलन कर रहे किसान कल 26 जनवरी के अवसर पर दिल्ली की सभी सीमाओं पर प्रातः 10 बजे से गणतंत्र दिवस किसान ट्रेक्टर परेड निकालेंगे।

क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल ने आज प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कल सुबह 10 बजे सभी बॉर्डरों से ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि हम 1 फरवरी को संसद की ओर पैदल कूच करेंगे। इस दिन कैसे कहां जाना है ये हम 28 जनवरी को तय करेंगे।

प्रेस कांफ्रेंस में स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने बताया कि कल 9 जगह से किसान गणतंत्र परेड निकलेगा। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर, धंसा बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर इसके अलावा 4 और बॉर्डर है जो कि हरियाणा बॉर्डर पर होगा। कल शाहजहांपुर से गणतंत्र परेड निकलेगा और यहां से 20-25 राज्यों की झांकियां निकलेगी। उन्होंने कहा कि कल जो भी परेड होगा वो शांतिपूर्ण तरीके से होगा और इससे देश की गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी, घटेगी नहीं।

किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के नेता श्रवण सिंह पंढेर ने बताया कि दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर हम शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करेंगे और रैली करने के बाद हम अपने स्थान पर वापस आ जाएंगे। हमारा आंदोलन 26 जनवरी के बाद भी चलेगा।

हमारी दिल्ली पुलिस से कोई हार जीत नहीं: टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान ने तिरंगे को अपने खेत से जोड़ दिया है। सैनिक परेड निकालते हैं और किसान भी परेड निकालेगा। हम ही किसान है और हम ही जवान है। ट्रैक्टर परेड में हमारा हर आदमी पूरी तरह से सैनिक का काम करेगा। हमारी दिल्ली पुलिस से कोई हार जीत नहीं है।

किसान चाहते तो 26 जनवरी की जगह किसी और दिन भी रैली कर सकते थे: कृषि मंत्री

वहीँ किसानो द्वारा 26 जनवरी को आयोजित की जा रही किसान ट्रेक्टर परेड को लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने कहा, “किसानों की ट्रैक्टर रैली किसी और दिन भी हो सकती थी लेकिन उन्होंने 26 जनवरी के दिन ही आंदोलन करने की घोषणा की। तो अब पुलिस प्रशासन उनसे बातचीत कर रही है ताकि ये आयोजन शांतिपूवर्क हो।”

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों के साथ 11वें दौर की वार्ता के बाद जब समाधान नहीं निकला तब मैंने किसान से कहा कि डेढ़ साल के लिए कानूनों के क्रियान्वयन को स्थगित कर देते हैं,SC ने स्थगित किया है तो हम उनसे अनुरोध करेंगे कि थोड़ा और समय दें ताकि उस समय में हम लोग बातचीत के जरिए हल निकाल सकें।

उन्होंने कहा कि सरकार किसान और कृषि दोनों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है,PM जी के नेतृत्व में विगत 6 वर्षों में किसान की आमदनी बढ़ाने,खेती को नई तकनीक से जुड़ने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं और प्रयास किए गए हैं। MSP को डेढ़ गुना करने का काम भी PM के नेतृत्व में हुआ।

कृषि मंत्री ने कहा कि किसान को उसके उत्पादन का सही दाम मिल सके,किसान महंगी फसलों की ओर आकर्षित हो सके इसलिए जहां कानून बनाने की आवश्यकता थी वहां कानून बनाए गए और जहां कानून में बदलाव की आवश्यकता थी वहां कानून में बदलाव भी किए गए। इसके पीछे सरकार और प्रधानमंत्री की साफ नीयत हैं।

सिर्फ देश की नहीं पूरी दुनिया देखेगी किसान परेड: हुड्डा

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 26 जनवरी को किसान गणतंत्र परेड को लेकर कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड को केवल देश ही नहीं पूरी दुनिया देखेगी। आजादी के बाद किसानों की इतनी बड़ी रैली नहीं निकली है। ट्रैक्टर परेड में ज़्यादा लोग आएंगे और अपनी शक्तियों का प्रदर्शन करेंगे।

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TeamDigital