जेएनयू हमले के विरोध में देशभर में प्रदर्शन, जामिया – एएमयू – FTII सड़क पर उतरे

जेएनयू हमले के विरोध में देशभर में प्रदर्शन, जामिया – एएमयू – FTII सड़क पर उतरे

नई दिल्ली। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले को लेकर देशभर में आवाज़ उठी है। इस हमले के खिलाफ दिल्ली से पुणे तक छात्र सड़क पर उतरे और विरोध जताया।

दिल्ली की जेएनयू, जामिया और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कल रात ही दिल्ली में प्रदर्शन किया था। वहीँ एएमयू के छात्रों ने अलीगढ में विरोध मार्च निकाला। गौरतलब है कि रविवार शाम जेएनयू में नकाबपोश लोगों के हमले में कम से कम 30 लोग घायल हुए हैं।

IIFT पुणे, IIT बॉम्बे और जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने जेएनयू का समर्थन किया है और गुड़ों पर कार्रवाई की मांग की. मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर भी अलग अलग संस्थानों के छात्रों ने देर रात प्रदर्शन शुरू किया जो अभी भी जारी है।

जेएनयू छात्रसंघ ने कुलपति को बताया ज़िम्मेदार:

जेएनयू छात्रसंघ ने हिंसा पर बयान जारी किया है। छात्रसंघ का कहना है कि वाइस चांसलर के इशारे पर हिंसा हुई। चार साल से वाइस चांसलर आरएसएस की मदद कर रहे हैं। इससे पहले कल देर रात हिंसा में घायल सभी छात्र डिस्चार्ज हो गए हैं। छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष को भी डिस्चार्ज कर दिया गया हैं।

कांग्रेस ने हमलावरों को बताया ‘बीजेपी के गुंडे’:

जेएनयू हमले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि जेएनयू कैंपस पर हमला पूर्व नियोजित था। हमले में जेएनयू प्रशासन का समर्थन था। गुंडे भाजपा के थे। दिल्ली पुलिस एक मूकदर्शक थी क्योंकि छात्रों-शिक्षकों को पीटा गया था।

दिग्विजय ने बोला हमला:

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि JNU विश्वविद्यालय के छात्राओं के हॉस्टल में रात को घुस कर ABVP के गुण्डों द्वारा जो मारपीट की है उसकी मैं घोर निंदा करता हूं। दिल्ली पुलिस देखती रही। क्या भारत के गृह मंत्री पर जवाबदारी नहीं बनती? गृह मंत्री या तो इन गुण्डों पर सख़्त कार्रवाई करें या इस्तीफ़ा दें।

दिल्ली पुलिस ने शुरू की जांच:

रविवार शाम को जेएनयू में हुए हमले की जांच के लिए पश्चिमी परिक्षेत्र की संयुक्त पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह को ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। जेएनयू हमले को लेकर दिल्ली पुलिस के पास कुल तीन शिकायतें पहुंची हैं। पुलिस के मुताबिक इस हमले की जांच शुरू हो गई है और जल्द ही हमलावर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

क्या है मामला:

रविवार शाम साढ़े 6 बजे करीब, करीब 50 नकाबपोश लोगों ने लाठी, डंडो और लोहे की छड़ो के साथ जेएनयू में प्रवेश किया। अपनी पहचान छिपाने के लिए हमलावरों ने मूँह पर कपडे बांधे हुए थे। इसके बाद हमलावरों ने केम्पस में तोड़फोड़ की, छात्रों को पीटा और गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर छात्राओं से भी मारपीट की। इस घटना में करीब 30 लोग लहूलुहान हो गए। इनमे से देर रात तक 23 घायलों को एम्स ट्रामा और 3 को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

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TeamDigital