पीएम मोदी के एलान पर उठे सवाल, सिब्बल बोले ‘सरकार के पास नगदी प्रवाह केवल 4 लाख करोड़’
नई दिल्ली। मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संकंट के मद्देनज़र किये गए 20 लाख करोड़ के पॅकेज के एलान पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपनी प्रतिक्रिया में सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किये हैं।
पीएम के पॅकेज एलान को लेकर जहाँ कपिल सिब्बल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वास्तविक वित्तीय पॅकेज 4 2020 है। वहीँ पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा किये गए एलान को जांचेंगे कि किसे क्या मिलता है।
बुधवार को कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘पीएम बोले कि 20 लाख करोड़ का वित्तीय पैकेज 20 2020, जबकि एक्सपर्ट कहते हैं कि सरकार के पास नकदी प्रवाह केवल 4 लाख करोड़ है। बाकी आरबीआई ने 8 लाख करोड़ का नकदी प्रवाह मार्केट में डाला है। सरकार के पास 5 लाख करोड़ का अतिरिक्त कर्ज है। एक लाख करोड़ गारंटी फीस है। वास्तविक वित्तीय पैकेज: 4 2020 है।’
वहीं, पी. चिदबंरम ने अपने ट्वीट में कहा, ‘कल, पीएम ने हमें एक हेडलाइन और एक ब्लैंक(blank) पेपर दिया। स्वाभाविक रूप से मेरी प्रतिक्रिया भी ब्लैंक थी। आज हम वित्त मंत्री की ओर से ब्लैंक पेपर को भरने की प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। हम ध्यान से हर अतिरिक्त रुपए को गिनेंगे कि सरकार वास्तव में अर्थव्यवस्था को सुधार रही है या नहीं।’
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदबंरम ने कहा, ‘हम यह भी ध्यान से जांच करेंगे कि किसे क्या मिलता है? और पहली चीज जो हम देखेंगे, वह यह है कि गरीब, भूखे और तबाह हो चुके प्रवासी मजदूर जब सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के बाद अपने घर पहुंचेंगे तो उन्हें क्या मिलता है। साथ ही निचले पायदान के लोगों (13 करोड़ परिवारों) को वास्तविक धन में क्या मिलेगा।’
गौरतलब है कि मंगलवार को रात 8 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना संकंट के मद्देनज़र 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि ये आर्थिक पैकेज, आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है,जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है।
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए,इस पैकेज में भूमि, श्रम, नकदी और कानून सभी पर बल दिया गया है। ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।