विधायकों की खरीद फरोख्त की संभावनाओं पर कांग्रेस ने बनाया एक्शन प्लान
नई दिल्ली। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावो के लिए मतगणना से पहले कांग्रेस एक्टिव हो गई है। कांग्रेस को अंदेशा है कि मतगणना के बाद उसके विधायकों पर बीजेपी दांव खेल सकती है।
मध्य प्रदेश और कर्णाटक में कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त का खामियाजा भुगत चुकी है। इसलिए पार्टी इस बार किसी तरह की कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती।
पार्टी सूत्रों की माने तो जीत कर आने वाले विधायकों को बीजेपी के संपर्क में आने से रोकने के लिए पार्टी ने एक्शन प्लान बनाया है और मतगणना से एक दिन पहले ही पार्टी ने अपने एक्शन प्लान को क्रियान्वित कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में मतगणना के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला निगरानी रखेंगे। सूत्रों ने कहा कि यदि कांग्रेस बीजेपी पर चंद सीटों से बढ़त बनाती है तो जीतने वाले विधायकों को एक जगह रखा जायेगा।
सूत्रों ने कहा कि गुजरात के लिए भी पार्टी ने एक्शन प्लान बनाया है और गुजरात में मतगणना के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा निगरानी रखेंगे। सूत्रों ने कहा कि पार्टी अभी यह मानकर चल रही है कि गुजरात के नतीजे एग्जिट पोल से कहीं अलग आएंगे।
सूत्रों ने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव जीतकर आने वाले कांग्रेस विधायकों को अपने पाले में मिलाने के लिए बीजेपी कोई बड़ा दांव खेल सकती है। सूत्रों ने कहा कि पार्टी मानकर चल रही है कि यदि जीत हार का फासला कम सीटों का रहा तो कांग्रेस विधायकों से इस्तीफे भी करा सकती है जिससे वह दोनों राज्यों में सत्ता पर काबिज रह सके।
फ़िलहाल सभी की नज़रें कल होने जा रही मतगणना पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि दोपहर तक दोनों राज्यों की चुनावी तस्वीर साफ़ हो जाएगी और तय हो जायेगा कि किस पार्टी की सरकार बनेगी।