गुलामनबी आज़ाद ने कहा ‘चुनाव में हार से हम सभी चिंतित, काम करने के तरीके बदलने होंगे’

गुलामनबी आज़ाद ने कहा ‘चुनाव में हार से हम सभी चिंतित, काम करने के तरीके बदलने होंगे’

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलामनबी आज़ाद ने एक बार फिर पार्टी में चुनाव कराये जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि चुनाव हार से हम सभी चिंतित हैं और हमे अपने काम करने के तौर तरीके बदलने होंगे।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आज़ाद ने बिहार विधानसभा के चुनाव और उपचुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं हार के लिए नेतृत्व को दोष नहीं देता। पार्टी से जुड़े हमारे लोगों का जमीनी स्तर पर संपर्क खत्म हो गया है।

चुनाव पांच सितारा संस्कृति से नहीं जीते जाते:

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि चुनाव पांच सितारा संस्कृति से नहीं जीते जाते हैं. आज के नेताओं के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि अगर उन्हें पार्टी का टिकट मिलता है, तो वे पहले पांच सितारा होटल बुक कराते हैं। उन्होंने कहा कि पांच सितारा संस्कृति को छोड़ने का वक्त आ गया है. जब तक इसे नहीं छोड़ेंगे तब तक कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता।

आज़ाद ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. जब तक उन्हें पदाधिकारी नियुक्त नहीं किया जाता, तब तक वे कहीं नहीं जाएंगे, लेकिन अगर सभी पदाधिकारी चुने जाते हैं, तो वे अपनी जिम्मेदारी समझेंगे। अब वक्त आ गया है कि हर किसी को पार्टी में पद दिया जाए।

पिछले 72 सालों में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर:

गुलामनबी आज़ाद ने मौजूदा समय में पार्टी की स्थति को लेकर कहा कि पिछले 72 सालों में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर है। कांग्रेस के पास पिछले दो कार्यकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद भी नहीं है, लेकिन कांग्रेस ने लद्दाख हिल काउंसिल चुनावों में 9 सीटें जीतीं, जबकि हम इस तरह के सकारात्मक परिणाम की उम्मीद नहीं कर रहे थे।

गांधी परिवार को क्लीनचिट:

आज़ाद ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को पार्टी कार्यकर्ताओं को एक कार्यक्रम देने और पदों के लिए चुनाव कराने की आवश्यकता है। आज़ाद ने पार्टी में चुनाव को लेकर कहा कि मैं कोरोना महामारी के कारण गांधी परिवार को क्लीन चिट दे रहा हूं क्योंकि वे अभी बहुत कुछ नहीं कर सकते। हमारी मांगों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वे हमारी अधिकांश मांगों पर सहमत हो गए हैं। यदि वे राष्ट्रीय विकल्प बनना चाहते हैं और पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते हैं तो हमारे नेतृत्व को चुनाव कराना चाहिए।

गौरतलब है कि गुलामनबी आज़ाद से पहले हाल ही में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बिहार चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी। गुलामनबी आज़ाद और कपिल सिब्बल कांग्रेस के उन 23 नेताओं में से एक हैं जिन्होंने अगस्त में पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखा था।

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