इन राज्यों में बीजेपी की साख तय करेंगे उप चुनाव के परिणाम
नई दिल्ली। बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव के अलावा देश के कुछ राज्यों में हो रहे उपचुनावों के परिणामो का सभी को बेसब्री से इंतज़ार है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को दूसरे चरण का मतदान होगा। वहीँ मंगलवार को ही मध्य प्रदेश, गुजरात, ओडिशा, नगालैंड, मणिपुर समेत कई प्रदेशों की 56 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा।
मंगलवार को जिन सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा उनमे मध्य प्रदेश की 28, गुजरात की 8, ओडिशा की 2, नगालैंड की 2, मणिपुर की 2, उत्तर प्रदेश की 7, छत्तीसगढ़ की 1, हरियाणा की 1, झारखंड की 2, कर्नाटक की 2, तेलंगाना की 1 सीट शामिल है।
जानकारों की माने तो बिहार विधानसभा चुनाव के अलावा अन्य राज्यों में खासकर मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव के परिणाम वहां की राज्य सरकार के अलावा बीजेपी और मोदी सरकार की साख भी तय करेंगे।
ये सभी वे राज्य हैं जहां सीधे तौर पर बीजेपी सत्ता में हैं। मध्य प्रदेश में 28 सीटों के उपचुनाव के परिणाम न सिर्फ राज्य की शिवराज सरकार का भविष्य तय करेंगे बल्कि विधायकों की खरीद फरोख्त और दल बदल पर जनता की राय भी साबित होंगे।
वहीँ गुजरात में हो रहे 8 सीटों के उपचुनाव के परिणाम राज्य में बीजेपी की साख की अग्नि परीक्षा के तौर पर देखे जा रहे हैं। मध्य प्रदेश की तरह गुजरात में भी बीजेपी पर राज्य सभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप है। यहां भी उपचुनाव के परिणाम को खरीद फरोख्त की परंपरा और बीजेपी की साख का रिजल्ट कार्ड माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। यहां विधानसभा की 7 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा। अयोध्या मामले में फैसला आने के बाद हो रहे पहले चुनाव को लेकर माना जा रहा है कि उपचुनाव के परिणाम राज्य की बीजेपी सरकार का न सिर्फ रिपोर्ट कार्ड बल्कि राज्य में बीजेपी की लोकप्रियता का पैमाना साबित होंगे।
उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं। उपचुनाव के परिणाम भले ही राज्य की सत्ता पर कोई फर्क न डालें लेकिन उपचुनाव के परिणामो से ज़मीन पर राजनैतिक दलों की स्थति और प्रदेश के मतदाताओं के बीच राज्य सरकार और बीजेपी की लोकप्रियता का आंकलन अवश्य किया जा सकेगा।