उत्तराखंड: ग्लेशियर टूटने से 100 से अधिक लोगों के बाढ़ में बहने की आशंका, तीन शव बरामद

उत्तराखंड: ग्लेशियर टूटने से 100 से अधिक लोगों के बाढ़ में बहने की आशंका, तीन शव बरामद

देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन इलाके में अचानक ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ में 100 से अधिक लोगों के बाढ़ में बहने की आशंका जताई गई है। यह प्राकर्तिक आपदा सुबह 11 बजे करीब हुई।

ग्लेशियर टूटने के बाद ऋषिगंगा और बाद में अलकनंदा में जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। अब तक तीन लोगों के शव बरामद किये गए हैं। आईटीबीपी के मुताबिक चमोली के तपोवन इलाके में एनटीपीसी साइट से तीन शव बरामद हुए हैं।

उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने बताया कि NDRF रवाना हो चुकी है। ITBP के जवान वहां पहुंच चुके हैं। हमारी SDRF की टीम भी वहा पहुंच चुकी है। सारे जगह रेड अलर्ट हो चुका है। 100-150 के बीच जनहानि हो सकती है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ के तपोवन इलाके में सेना और आईटीबीपी के जवानों से ग्लेशियर टूटने से हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लेशियर फटने से वहां बन रहे बांध को क्षति पहुंची है। मानवक्षति के बारे में अभी अधिकृत तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। पानी की तीव्रता चमोली तक आते-आते काफी कम हो गई है। गृह सचिव से मेरी बात हो गई है और गृह मंत्री से थोड़ी देर में बात करूंगा।

उत्तराखंड की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं उत्तराखंड की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहा हूं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव और राहत कार्यों पर अपडेट ले रहा हूं।

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि उत्तराखंड के चमोली ज़िले में अकस्मात ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न परिस्थितियों को लेकर प्रशासन सजग है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद राहत और बचाव कार्य देख रहे।

गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि उत्तराखंड में आज सुबह 11 बजे जोशीमठ के आसपास एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई। ग्लेशियर टूटने से पानी का बहाव बहुत बड़ा है, पहले ऋषिगंगा और बाद में अलकनंदा में जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। कुछ लोगों के हताहत होने की प्राथमिक सूचना मिली है।

शाह ने कहा कि NDRF की 3 टीमें वहां पहुंच गई हैं, बाकी टीमें दिल्ली से रवाना होने के लिए तैयार हैं। मेरी मुख्यमंत्री से बात हुई वो रास्ते में हैं। वायुसेना को बचाव कार्य में लगाने की पूरी तैयार कर ली है। हादसे के लिए जितनी मदद की जरूरत है वो मदद केंद्र सरकार उत्तराखंड सरकार को देगी।

उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने की घटना के बाद गंगा में जल स्तर बढ़ने के बाद उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में बांध के टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश में संबंधित विभागों, अधिकारियों और SDRF को हाई-अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया।

हेल्पलाइन जारी:

उत्तराखण्ड सरकार ने इस घटना से प्रभावित लोगों के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किये हैं। 1070 तथा 9557444486 नंबर पर कॉल करके जानकारी ली जा सकता है।

क्या है मामला:

ITBP के मुताबिक आज सुबह 10 बजे के पास सूचना मिली थी कि ऋषि गंगा के ऊपर अचानक पानी का बहाव बढ़ गया और जोरों की आवाज आई। वहां कुछ मजदूर काम कर रहे थे। हम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं। हमाने 200 से ज़्यादा जवानों को तैनात किया है। स्थिति नियंत्रण में है।

NDRF के DG एस.एन.प्रधान के मुताबिक चमोली और जोशीमठ के आसपास ग्लेशियर फटने से बांध पर असर हुआ है। ग्लेशियर ऋषिगंगा पर आकर गिरा है, बीआरओ द्वारा जो ब्रिज बनाया जा रहा था उस पर भी असर हुआ है। SDRF और ITBP पहले से जोशीमठ में है। हम NDRF की 3-4 टीमों को रवाना कर रहे हैं।

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