हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका से कांग्रेस अलर्ट, आज 5 बजे राज्यपाल से मिलेंगे कांग्रेस जेडीएस

हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका से कांग्रेस अलर्ट, आज 5 बजे राज्यपाल से मिलेंगे कांग्रेस जेडीएस

बेंगलुरु। बीजेपी के सीएम पद के दावेदार बीएस येदुरप्पा द्वारा 48 घंटे में बहुमत सिद्ध करने के दावे के बाद कांग्रेस और जनता दल सेकुलर अपने अपने विधायको की खरीद फरोक्त की आशंका को लेकर अलर्ट हो गए हैं।

इस बीच खबर है कि आज शाम पांच बजे कांग्रेस और जेडीएस नेता राज्यपाल वाजुवाला से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कांग्रेस और जेडीएस के सभी विधायको से मुख्यमंत्री पद के दावेदार कुमार स्वामी के पक्ष में राज्यपाल को दिए जाने वाले पत्र पर हस्ताक्षर कराये गए हैं ।

कर्नाटक में कांग्रेस को सरकार बनाये जाने के लिए आमंत्रित नही किया जाता तो पार्टी इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटा सकती है।

चुनाव परिणाम आने के बाद से ही कांग्रेस और जेडीएस अपने अपने विधायको के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। इतना ही नही यदि आज राज्यपाल की तरफ से सरकार बनाने का आमंत्रण नही मिलता तो कांग्रेस अपने विधायको को किसी रिसौर्ट में रुकने के लिए कह सकती है। जिससे उन्हें बीजेपी के खरीद फरोख्त अभियान से बचाया जा सके।

इस बीच कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने दावा किया है कि पार्टी के सभी 78 विधायक एकजुट हैं तथा उन्होंने डिप्टी सीएम के पद की खबरों को नकार दिया है। कांग्रेस अभी राज्यपाल से समय मिलने का इंतजार कर रही है।

पार्टी अपने सभी विधायकों को बस में बैठाकर राजभवन ले जाएगी और गवर्नर के सामने उनकी परेड करवाएगी. कांग्रेस का दावा है कि उनके सभी 78 विधायक उनके साथ हैं, अभी तक 70 विधायकों के हस्ताक्षर करवाए जा चुके हैं।

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी अभी से विकल्पों पर काम कर रही है। अगर राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देते हैं तो कांग्रेस दुसरे विकल्पो पर विचार करेगी जिनमे इस मामले को कोर्ट में ले जाने का विकल्प भी शामिल है।

इससे पहले बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि बीजेपी उनके विधायकों को धमका रही है। उन पर दबाव बना रही है, उसे लोकतंत्र में भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि आजाद ने कहा कि कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन वास्तव में बीजेपी असंतुष्ट है।

इस बीच कांग्रेस विधायक अमरेगौड़ा ने कहा है कि बीजेपी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया। अमरेगौड़ा लिंगनागौड़ा पाटिल बयापुर कर्नाटक के कुश्तगी से विधायक हैं।

आजाद ने कहा कि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। बीजेपी के पास 104 सीटें हैं, हमारे (कांग्रेस-जेडीएस) पास 117 सीटें हैं. राज्यपाल पक्षपाती नहीं हो सकते हैं।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या एक आदमी जो संविधान को बचाने के लिए राजभवन में बैठा है, उसे नष्ट कर देगा? एक राज्यपाल को अपने सभी पुराने संबंध खत्म कर देने होते हैं, चाहे वो बीजेपी हो या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ।

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TeamDigital