सुशील कुमार शिंदे को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की तैयारी
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नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे का नाम अचानक चर्चाओं में हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अध्यक्ष पर बने रहने की सभी संभावनाएं समाप्त होने के बाद अब नए कांग्रेस अध्यक्ष की न्युक्ति की प्रक्रिया अंतिम दौर में है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि नए अध्यक्ष के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे को लेकर पूरे जोर शोर से चर्चाएं चल रही हैं। दस जनपथ के करीबी कांग्रेस के एक बरिष्ठ नेता के हवाले से सूत्रों ने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए दस जनपथ की पहली पसंद अब सुशील कुमार शिंदे हैं। वहीँ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभी अंतिम फैसला नहीं दिया है।
सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि किसी हिंदी भाषी राज्य का नेता पार्टी का अध्यक्ष बने। इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, अशोक गहलोत सहित 5 नाम राहुल गांधी को भेजे गए थे लेकिन इनमे से किसी नाम पर सहमति नहीं बनी।
वहीँ सूत्रों की माने सुशील कुमार शिंदे कल शाम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। शिंदे आज सुबह मुंबई के लिए रवाना हो चुके हैं लेकिन उनकी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात से कई कयासों को हवा अवश्य मिली है।
सूत्रों ने कहा कि दस जनपद महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनावो को ध्यान में रखकर अध्यक्ष पद के लिए सुशील कुमार शिंदे के नाम को आगे बढ़ा रहा है। हालाँकि अभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सहमति मिली या नहीं इसके बारे में कोई ठोस जानकारी अभी बाहर नहीं आयी है।
सूत्रों ने कहा कि दस जनपथ अहमद पटेल और गुलाम नबी आज़ाद को अध्यक्ष पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार मानता है लेकिन इनमे से किसी को अध्यक्ष बनाये जाने पर बीजेपी ध्रुवीकरण की राजनीती को अंजाम देने में सफल हो जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि सुशील कुमार शिंदे दलित समुदाय से हैं और वे पार्टी के अनुभवी नेताओं में से एक हैं। इतना ही नहीं सुशील कुमार शिंदे की पहचान आरएसएस के घोर विरोधी के तौर पर की जाती है। इसलिए फिलहाल सुशील कुमार शिंदे का नाम सबसे टॉप पर चल रहा है।
77 वर्षीय सुशील कुमार शिंदे अपने राजनैतिक कैरियर में केंद्रीय मंत्री के अलावा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। वे डा मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-2 में 31 जुलाई 2012 से 26 मई 2014 तक गृह मंत्री रहे। इससे पहले वे 2009 से 2012 तक केंद्र में ऊर्जा मंत्री भी रहे हैं।