वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद जोड़कर वायरल करने वालो की हुई पहचान

वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद जोड़कर वायरल करने वालो की हुई पहचान

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक मदरसे का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो को लेकर दावा किया गया था कि मदरसे के प्रसिपल की मौजूदगी में पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगे थे।

इस मामले में जाँच कर रही पुलिस ने उन लोगों की पहचान कर ली है जिन्होंने मदरसा और मुसलमानो को बदनाम करने की नीयत से वीडियो में छेड़छाड़ कर पाकिस्तान ज़िंदाबाद का ऑडियो जोड़ा था और इसे सोशल मीडिया पर वायरल किया था।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद मदरसे के प्रंसिपल और बच्चे सभी शक के घेरे में आ गए थे। आरोप लगाए गए कि प्रिंसिपल की मौजूदगी में मरदसे में छात्रों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। इस वीडियो को उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के कई सोशल मीडिया ग्रुपों और सीमावर्ती राजस्थान के कुछ इलाकों में सोशल मीडिया के ज़रिए वायरल किया गया था।

दरअसल मदरसे के छात्रों ने अपने प्रिंसिपल साबिर पानवाला के समर्थन में साबिर साहब ज़िंदाबाद के नारे लगाए थे। यह उस समय की बात है जब छात्रों को पता चला कि मदरसा इंतजामिया मदरसे के प्रिंसिपल साबिर पानवाला को मदरसे से हटा रही है और मदरसा बंद किया जा सकता है।

इस बात का पता चलने के बाद मदरसा के छात्रों ने प्रिंसिपल साबिर पानवाला के समर्थन में ज़िंदाबाद के नारे लगाए लेकिन मदरसे और मुसलमानो को बदनाम करने की नीयत से इस वीडियो से छेड़छाड़ कर इसमें साबिर साहब ज़िंदाबाद के स्थान पर पाकिस्तान ज़िंदाबाद डाल दिया गया।

इस वीडियो की जांच के बाद सीएसपी नरेंद्र सोलंकी ने कहा “हमने वीडियो को स्लोमो-लिप सिंक कर फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से कई बार फिर से सुना, जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया कि बच्चे साबिर साहब जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, न कि पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे।”

पुलिस के मुताबिक ऐसे 30-35 लोगों की पहचान कर ली गयी है जिन्होंने इस वीडियो को कथित तौर पर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इन पर आईपीसी की धारा 108, 116 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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TeamDigital