लोकसभा में राफेल डील पर हंगामा: राहुल ने सुनाया ऑडियो टेप , उड़ाए गए कागज के जहाज

नई दिल्ली। राफेल डील को लेकर आज लोकसभा में बड़ा हंगामा हुआ। सदन में सदस्यों ने कई बार हूटिंग और नारेबाजी की, जिसके चलते कई बार माइक बंद करने पड़े। इतना ही नहीं शोरशराबे के बीच कुछ सदस्यों ने हवा में कागज़ के हवाई जहाज बनाकर भी उछाले।
राफेल डील को लेकर जैसे ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बहस की शुरुआत की तो एआईएडीएमके के सांसद कावेरी जल का मामला उठाने लगे और वे शोर मचाते हुए स्पीकर की तरफ बढ़ने लगे। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि राफेल डील पर बहस से पीएम मोदी को बचाने के लिए एआईएडीएमके के सदस्य कार्यवाही में वाधा उतपन्न कर रहे हैं।
इस पर राहुल ने स्पीकर से पूछा कि क्या वो दूसरी सीट पर जाकर बोल सकते हैं? इसके बाद वे एनके प्रेमचंद्रन और राजेश रंजन के बीच वाली सीट पर पहुंचे और अपनी बात रखी।
राहुल गांधी राफेल पर आज कांग्रेस द्वारा जारी किए गए ऑडियो टेप को संसद में चलाने की अनुमति मांग रहे थे लेकिन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा, क्या आप टेप के सही होने की जिम्मेदारी लेते हैं? अगर आप नहीं ले रहे हैं तो मैं उसे चलाने की अनुमति नहीं दे सकती।
सदन में भाजपा के सांसदों की ओर से हंगामा करने पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर टेप से बीजेपी के लोग डरे हुए हैं तो वह सदन में टेप को नहीं बजाएंगे।
इस पर अरुण जेटली ने कहा कि ऑडियो टेप फर्जी है इसीलिए आप इसकी पुष्टि नहीं कर सकते। अगर टेप सही है तो आप इसकी पुष्टि करिए।
राहुल गांधी ने कहा कि मामले की जेपीसी जांच होनी चाहिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राफेल की जांच उनके दायरे में नहीं है। राहुल ने कहा कि आज पूरा देश नरेंद्र मोदी पर उंगुली उठा रहा है।
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ऑडियो टेप सुनाने की कोशिश की। इस पर सदन के स्पीकर बंद कर दिए गए और करीब पांच मिंनट तक सदन के माइक और स्पीकर बंद रहे।
इसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बोलते हुए नेशनल हेराल्ड और बोफोर्स का ज़िक्र किया। जिस पर कांग्रेस सदस्यों ने विरोध जताया। कांग्रेस सदस्यों का कहना था कि सरकार राफेल डील पर बहस से बच रही है।
इस दौरान कई कांग्रेस सांसदों ने कागज के जहाज बनाकर एक दूसरे को दिए और कुछ सांसदों ने इन्हे सदन में हवा में उछाला। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने नारेबाजी भी की। सरकार के खिलाफ विरोध करने की कमान पार्टी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुष्मिता देव, राजिव सादव और रंजीत रंजन से संभाली।