लाइव: मंदिर निर्माण पर कोई फॉर्मूला मंजूर नहीं, विवादित ज़मींन पर नहीं होने देंगे नमाज़: विहिप

लाइव: मंदिर निर्माण पर कोई फॉर्मूला मंजूर नहीं, विवादित ज़मींन पर नहीं होने देंगे नमाज़: विहिप

अयोध्या। राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप की शुरू हुई धर्म सभा में भाग लेने के लिए विहिप, बजरंगदल और अन्य हिन्दू संगठनो के कार्यकर्ताओं का अयोध्या आना लगातार जारी है। विश्व हिन्दू परिषद की धर्म सभा मंदिर निर्माण में हो रही देरी पर नाराज़गी ज़ाहिर की गयी।

इस धर्मसभा में करीब 75 हज़ार लोग मौजूद हैं और लोगों का आना अभी भी जारी है। सबसे बड़ी तादाद में लोग वाराणसी से आये हैं। करीब दस हज़ार बजरंगदल कार्यकर्त्ता आज सुबह ही वाराणसी से अयोध्या पहुंचे हैं।

विहिप के अंतरराष्ट्रीय सचिव चम्पत राय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा विवादित ज़मीन को तीन हिस्सों में बांटने के निर्णय को लेकर कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए विवादित भूमि के बंटवारे का कोई फॉर्मूला विश्व हिन्दू परिषद को स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को जमीन के मालिकाना हक का केस वापस ले लेना चाहिए और वीएचपी इस जमीन पर नामज नहीं होने देगी।

राम मंदिर पर 11 दिसंबर के बाद एलान करेगी सरकार: स्वामी रामभद्राचार्य

अयोध्या में हो रही धर्मसभा पर स्वामी रामभद्राचार्य ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राममंदिर को लेकर सरकार 11 दिसंबर के बाद एलान करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य प्रदेश में राम मंदिर पर दिए गए बयान के बाद इसके निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं।

मंदिर नहीं बना तो 2019 में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी: उद्धव

वहीँ दूसरी तरफ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी कल से अयोध्या में जमे हुए हैं। वीएचपी की धर्म सभा से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सुबह साढ़े 9 बजे के लगभह रामलला के दर्शन किए।

अयोध्या में रामलला का दर्शन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उद्घव ठाकरे ने कहा कि राममंदिर को लेकर हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। अब हिंदू ताकतवर हो गया है और अब मार नहीं खाएगा। उन्होंने कहा कि अगर मंदिर न बना तो 2019 में सरकार नहीं बनेगी।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:

विहिप के तेवरों को देखते हुए अयोध्या प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये गए हैं। चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलो और पुलिस को तैनात किया गया है। इतना ही नहीं इलाके की निगरानी के लिए कैमरों से लैस दो ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

प्रशासन की माने तो अयोध्या में सुरक्षा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप-महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किए गए हैं।

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TeamDigital