रोज़े न रखने वाले लोगों को पकड़ने के लिए मलेशिया पुलिस ने अपनाया ये तरीका
नई दिल्ली। मलेशिया में पाक रमजान के महीने में रोज़े न रखने वाले लोगों पर नज़र रखने के लिए यहाँ की पुलिस ने एक नायब तरीका ढूंढ निकाला है। रोज़ा रखने से बचने वाले लोगों को ढूंढ निकालने के लिए मलेशिया पुलिस ने एक विशेष मुहिम शुरू की है।
इस मुहिम की निगरानी के लिए मलेशिया कानून निदेशालय से जुड़े करीब 50 अफसर लगाए गए हैं। वहीँ करीब 500 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को भेष बदलकर तैनात किया गया है।
ये पुलिस कर्मचारी होटलो और रेस्टोरेंट में वेटर के तौर पर मौजूद रहते हैं। जैसे ही कोई ग्राहक रेस्टोरेंट में दाखिल होता है। वेटर के तौर पर तैनात पुलिसकर्मी बड़ी सहजता से उसका नाम पूछ लेता है और मुस्लिम होने पर उसे भोजन परोसने के साथ ही उसका फोटो ले लिया जाता है और उसे जेल भेज दिया जाता है।
रोज़ा न रखने वालो पर कार्यवाही का सिलसिला सिर्फ होटलो रेस्टोरेंट में ही नहीं बल्कि शक होने पर पुलिस अपने कर्मचारियों को सर्वेयर या मेकेनिक बनाकर भी घर पर भेज देती है और पता कर लेती है कि घर में रह रहे लोग रोज़ा रख रहे हैं अथवा नहीं।
बता दें कि मलेशिया में रोज़ा न रखने वालो पर सरकार की तरफ से कड़ी कार्रवाही होती है। हालाँकि गैर मुस्लिम लोगों पर रोज़ा न रखने की छूट है लेकिन मुस्लिम होने के बावजूद रोज़ा न रखने पर पकडे गए व्यक्ति को 6 महीने की जेल या बड़ा जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान है।
एजेंसी खबरों के मुताबिक इस रमजान में रोज़ा न रखने वाले करीब 46 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चूका है जिन्हे जुर्माना भरने के बाद रिहा कर दिया गया। इनमे कुछ लोग ऐसे थे जो स्वास्थ्य कारणों से रोज़ा नहीं रख पाए थे। ऐसे लोगों को बिना जुर्माना तुरंत रिहा कर दिया गया।
मलेशिया में पवित्र रमजान माह के दौरान निजी और सरकारी कंपनियों में काम करने वाले लोगों को कई सुविधाएँ भी मुहैया कराई जाती हैं। कई कंपनियों में रमजान माह के दौरान काम काज का समय बदल दिया जाता है, साथ ही शारीरिक मेहनत वाले कामो में भी कर्मचारियों को छूट दी जाती है रियल एस्टेट और भवन निर्माणों के काम का समय बदल दिया जाता है।