राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने को देवेगौड़ा का समर्थन

राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने को देवेगौड़ा का समर्थन

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाये जाने का समर्थन किया है।

देवेगौड़ा ने कहा है कि राहुल गांधी को अगले चुनाव में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने के वे समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि शीर्ष पद के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में हमें कोई दिक्कत नहीं है।

इससे पहले देवेगौड़ा से पूर्व उनके पुत्र व कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का नंबर वन उम्मीदवार बताते हुए उनका समर्थन किया था. कुमारस्वामी अभी राज्य में राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस के समर्थन व गंठबंधन से सरकार चला रहे हैं.

कल पार्लियामेंट एनेक्सी में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने व उनके नेतृत्व में विपक्षी गंठबंधन बनाने का निर्णय किया गया. कांग्रेस कार्यसमिति ने विपक्षी दलों से गंठबंधन करने का अधिकार भी राहुल गांधी को दिया।

हालांकि विपक्ष के बड़े घटक ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने अबतक राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकार करने का संकेत नहीं दिया है। ममता बनर्जी ने हाल में एक इंटरव्यू में उन्हें बाद की पीढ़ी का नेता बताया।

वहीं, अखिलेश यादव की पार्टी समाजवादी पार्टी, मायावती की पार्टी बसपा व शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालाँकि बीच बीच में सपा और बसपा की तरफ से अलग अलग बयान आते रहे हैं।

विपक्ष के नेताओं का आव-भाव ऐसा रहा है कि वे सोनिया गांधी का नेतृत्व को स्वीकार करने के लिए सहज तैयार हैं, लेकिन राहुल गांधी के नाम पर वे उतने सहज नहीं दिखते।

वहीँ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता तारिक अनवर ने आज एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि 2004 के चुनावो में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर कर सामने आयी तो कांग्रेस का प्रधानमंत्री बनाने के लिए हमने समर्थन दिया। यदि 2019 में भी ऐसा होता है तो सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते इस पर फिर विचार होगा।

इससे पहले कल कांग्रेस कार्यसमिति में कांग्रेस ने विपक्षी दलों के साथ 300 सीटें हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। कांग्रेस नेताओं के आंकलन के अनुसार 2019 में कांग्रेस 12 राज्यों में आराम से तीन गुनी सीटें जीत सकती है। वहीँ यदि अन्य राज्यों में भी गठबंधन होता है तो अन्य विपक्षी दल भी 150 सीटें जीत सकते हैं।

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TeamDigital