राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का देश के नाम संबोधन की 10 अहम बातें
नई दिल्ली। देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहली बार आज राष्ट्र को संबोधित किया। स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर कोविंद ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, स्वतंत्रता के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। कल देश आजादी की 70वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। इस वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर मैं आप सबको हार्दिक बधाई देता हूं। आजादी के लिए हम उन सभी अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के ऋणी हैं जिन्होंने इसके लिए कुर्बानियां दी थीं।
राष्ट्रपति ने राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में कहा, ‘न्यू इंडिया’ में गरीबी के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। सन् 2022 में हमारा देश अपनी आजादी के 75 साल पूरे करेगा। तब तक ‘न्यू इंडिया‘ के लिए कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करने का हमारा ‘राष्ट्रीय संकल्प’ है।
जब हम ‘न्यू इंडिया’ की बात करते हैं तो हम सबके लिए इसका क्या अर्थ होता है? कुछ तो बड़े ही स्पष्ट मापदंड हैं जैसे हर परिवार के लिए घर, मांग के मुताबिक बिजली, बेहतर सड़कें और संचार के माध्यम, आधुनिक रेल नेटवर्क, तेज और सतत विकास लेकिन इतना ही काफी नहीं है। यह भी जरूरी है कि ‘न्यू इंडिया’ हमारे डीएनए में रचे-बसे। समग्र मानवतावादी मूल्यों को समाहित करें। ये मानवीय मूल्य हमारे देश की संस्कृति की पहचान है। यह ‘न्यू इंडिया’ एक ऐसा समाज होना चाहिए, जो भविष्य की ओर तेजी से बढ़ने के साथ-साथ, संवेदनशील भी हो।
‘न्यू इंडिया’ का अभिप्राय है कि हम जहां पर खड़े हैं वहां से आगे जाएं. तभी हम ऐसे ‘न्यू इंडिया’ का निर्माण कर पाएंगे जिस पर हम सब गर्व कर सकें। ऐसा ‘न्यू इंडिया’ जहां प्रत्येक भारतीय अपनी क्षमताओं का पूरी तरह विकास और उपयोग करने में इस प्रकार सक्षम हो कि हर भारतवासी सुखी रहे।
यह एक ऐसा ‘न्यू इंडिया’ बने जहां हर व्यक्ति की पूरी क्षमता उजागर हो सके और वह समाज और राष्ट्र के लिए अपना योगदान कर सके। मुझे पूरा भरोसा है कि नागरिकों और सरकार के बीच मजबूत साझेदारी के बल पर ‘न्यू इंडिया’ के इन लक्ष्यों को हम अवश्य हासिल करेंगे।
आधुनिक टेक्नॉलॉजी को ज्यादा से ज्यादा प्रयोग में लाने की आवश्यकता है। हमें अपने देशवासियों को सशक्त बनाने के लिए टेक्नॉलॉजी का प्रयोग करना ही होगा, ताकि एक ही पीढ़ी के दौरान गरीबी को मिटाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
राष्ट्रपति द्वारा कही गयीं अहम बातें :
- नोटबंदी के समय लोगों ने धैर्य का परिचय दिया
- देश की जनता ने जीएसटी को सहर्ष स्वीकारा
- सरकारी योजनाओं को सफल बनाने की अपील
- पूरी दुनिया भारत को देखती है सम्मान से
- खेल प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए काम करें सरकारें
- सब्सिडी त्याग करने वालों को नमन
- राष्ट्र निर्माण के लिए जरूरी है भावी पीढ़ी पर ध्यान देना होगा
- समाज में अपनत्व और साझेदारी की भावना को पुनः जगाने की आवश्यकता
- गांधीजी के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक
- अप्प दीपो भव… यानि अपना दीपक स्वयं बनो
- भावी पीढ़ी को मजबूत बनाने पर होना चाहिए ध्यान