मुस्लिम बुद्धजीवियों ने दिया सुझाव ’70 के दशक के सिद्धांतो पर लौटे कांग्रेस’
![मुस्लिम बुद्धजीवियों ने दिया सुझाव ’70 के दशक के सिद्धांतो पर लौटे कांग्रेस’](https://i0.wp.com/lokbharat.com/wp-content/uploads/2018/07/rahul-gandhi-meeting.jpg?fit=759%2C422&ssl=1)
नई दिल्ली। 2019 के आम चुनावो से पहले कांग्रेस अपने पुराने वोट बैंक को संजोने की कोशिश में जुट गयी है। इसी कोशिश के तहत आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धजीवियों और उदारवादी मुस्लिमो के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की।
इस बैठक में राहुल गांधी ने देश के वर्तमान हालातो पर चर्चा की। इतना ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धजीवियों से बात कर मुसलमानो से जुड़े मुद्दों पर भी गहन चर्चा की।
बैठक के दौरान कांग्रेस के मूल सिद्धातों से दूर जाने और सिर्फ कम्युनिटी की बात करने की शिकायत पर राहुल गांधी ने माना की गलती हुई है। राहुल गांधी ने इन बुद्धिजीवियों से कहा कि कांग्रेस हमेशा से सभी वर्गों को साथ लेकर चलती आई है और आगे भी चलती रहेगी।
राहुल गांधी ने कहा, ”बीजेपी जब बुनियादी मुद्दों पर हारती है तो वो उन्माद की तरफ बढ़ती है. ध्रुवीकरण से बीजेपी को फायदा होता है। राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धजीवियों से कहा कि समाज उन्माद के चपेट में ना आए , ध्रुवीकरण ना हो इसकी पहल आप सबको करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस साझा संस्कृति में विश्वास रखती है।
बैठक में मुस्लिम बुद्धिजीवियों की तरफ से ये कहा कि,कांग्रेस अपने मूल सिद्धांतों से दूर हो गई है। कांग्रेस को अपने 60-70 के दशक के सिद्धांतों पर लौटने की ज़रुरत है। क्योंकि उसके बाद ही मुस्लिम कांग्रेस से दूर होते चले गए।
मुस्लिम बुद्धजीवियों ने कहा कि कांग्रेस को काम्युनिटी की नहीं गरीबी की बात करनी चाहिए। जब काम्युनिटी होती है तब विरोधियों को सवाल उठाने का मौका मिल जाता है। सिर्फ 4 प्रतिशत दाढ़ी-टोपी वाले मुस्लिमों की बात होती है जो हलाला, ट्रिपल तलाक जैसे सनसनीखेज मुद्दे उठाते है। 96 फीसदी मुसलमानों के वही मुद्दे हैं जो बाकी देश के मुद्दे हैं जैसे गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष नदीम जावेद भी मौजूद थे। बैठक के बाद सलमान खुर्शीद ने कहा कि कई वकीलों, इतिहासकारों और विश्वविद्यालयों से जुड़े बुद्धिजीवियों ने राहुल गांधी से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की. वे जिन क्षेत्रों में काम कर रहे हैं उसके बारे में कांग्रेस अध्यक्ष को अपना फीडबैक दिया। खुर्शीद ने उम्मीद जताई कि भविष्य में इस तरह की और भी बैठकें होंगी।
करीब दो घंटे चली बैठक में इतिहासकार इरफान हबीब, सामाजिक कार्यकर्ता इलियास मलिक, कारोबारी जुनैद रहमान, ए एफ फारूकी, अमीर मोहम्मद खान, वकील जेड के फैजान, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट फराह नकवी, सामाजिक कार्यकर्ता रक्शांदा जलील सहित करीब 15 लोग शामिल हुए।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा मुस्लिम बुद्धजीवियों के साथ आज आयोजित की गयी बैठक को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों की दृष्टि से अहम माना जा रहा है। इससे पहले राहुल गांधी दलित समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चुके हैं।