मुंबई: आरे कालोनी में 800 पेड़ काटे जाने का विरोध, सड़क पर उतरे लोग, 144 लागू
मुंबई। मुंबई की आरे कालोनी में बड़ी तादाद में पेड़ो के कटान के विरोध में लोग सड़क पर उतर आये हैं। प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए मुंबई में धारा 144 लागू कर दी है। इस बीच पेड़ो के कटान के विरोध कर रहीं शिवसेना नेता प्रियका चतुर्वेदी को हिरासत में ले लिया गया है।
गौरतलब है कि बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने की सभी याचिकाओं को खारिज करने के बाद से ही यहां पेड़ काटने का काम शुरू हो गया।
पेड़ काटे जाने की खबर मिलते ही लोग उस इलाके में जमा होना शुरू हो गए। पुलिस द्वारा रोके जाने पर प्रदर्शनकारी लोगों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं। शिवसेना की उपनेता प्रियंका चतुर्वेदी प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने और विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंची, उन्हें पुलिस ने हालात को देखते हुए तुरंत हिरासत में ले लिया।
पुलिस से हुईं झड़पों के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मेट्रो रेल साइट पर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए आरे कॉलोनी की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर पुलिस ने बैरिकेड लगा दी है।
मुंबई का हराभरा इलाका कहा जाने वाले आरे कॉलोनी में बड़ी तादाद में पेड़ो के कटान को लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर केंद्र सरकार के मंत्रालय का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुंबई मेट्रो के निर्माण के साथ प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में बात करना है संवेदनहीनता है। आरे के आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण को तबाह किया जा रहा है। अहंकार की लड़ाई इसे बनाने के उद्देश्य को नष्ट कर रही है। आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, ‘मुंबई मैट्रो उन सभी चीजों को खत्म कर रहा है जिसकी बात भारत ने यूएन में की थी।
आम आदमी पार्टी की नेता प्रीति मेनन शर्मा ने कहा कि, 21 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के बीच पेड़ काटना चुनाव संहिता का उल्लंघन है। इस बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, फिल्मकार ओनिर समेत कई बड़ी हस्तियों ने भी ट्विटर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। काटे जा रहे पेड़ों के वीडियो को ट्वीट कर रहे हैं। विरोध में लोग यह भी लिख रहे हैं कि आरे कॉलोनी को बर्बाद किया जा रहा है।
ये है मामला:
बता दें कि मुंबई के आरे क्षेत्र में एक मेट्रो कार शेड बनना है। इस मेट्रो कार शेड को बनाने में लगभग 2700 पेड़ काटे जाने है। इसी बात का पर्यावरणविद और स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।