महबूबा के बाद अब नीतीश से दामन छुड़ा सकती है बीजेपी !
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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ़्ती सरकार से समर्थन वापस लेकर राज्य को राज्यपाल शासन के मुहाने पर पहुंचाने वाली भारतीय जनता पार्टी के बारे में खबर आ रही है कि वह बिहार में भी नीतीश सरकार से अपना दामन छुड़ाने पर विचार कर रही है।
सूत्रों की माने तो 2019 के आम चुनावो के लिए जनता दल यूनाइटेड द्वारा बिहार में 25 सीटों पर दावा ठोंके जाने के बाद बीजेपी आलाकमान नीतीश सरकार को समर्थन जारी रखने के मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ महीनो में जनता दल यूनाइटेड ने जिस तरह बीजेपी पर दबाव बनाने की कोशिश की है उससे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह नाराज़ बताये जाते हैं। सूत्रों ने कहा कि नीतीश की टोका टाकी के कारण बिहार की सत्ता में रहने के बावजूद बीजेपी अपना एजेंडा पूरी तरह से लागू नहीं कर पा रही।
सूत्रों ने कहा कि नीतीश के दबाव के कारण बीजेपी को बिहार में अपना कट्टर हिंदुत्व वाला ठन्डे बस्ते में रखना पड़ा है। यही कारण है कि बीजेपी चाहती है कि बिहार में भी अब नीतीश से अपना दामन छुड़ा लेना बेहतर होगा।
सूत्रों ने दावा किया कि बीजेपी ने हाल ही में बिहार में एक आंतरिक सर्वे कराया था। इस सर्वे की रिपोर्ट से पता चला है कि यदि 2019 के आम चुनाव में बीजेपी जदयू के बिना अपने पुराने सहयोगियों को लेकर चुनाव लड़ती है तब भी अपने दम पर उसका प्रदर्शन संतोषजनक रहेगा।
सूत्रों ने कहा कि ऐसे में बीजेपी आलाकमान का सोचना है कि जदयू को बिहार में अधिक सीटें क्यों दी जाएँ ? सूत्रों ने कहा कि अधिकांश बीजेपी नेताओं कोई राय में बिहार में जदयू के साथ सरकार चलाने से बीजेपी पिछली सीट पर बैठी प्रतीत होती है।
बिहार में सरकार के कामकाज को जदयू अपना गुड वर्क बताकर पेश कर रही है। जिसके कारण बीजेपी को सरकार के कामकाज का श्रेय नहीं मिल पा रहा है।
फिलहाल देखना है कि बिहार में जदयू और बीजेपी की जोड़ी कितने दिन और चलती है। हालाँकि अभी आम चुनावो में समय बाकी है लेकिन जदयू ने 2019 के चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
विधानसभा में दलीय स्थति :
इस समय 243 विधायकों की इस विधानसभा में जदयू के पास 71, राष्ट्रीय जनता दल के पास 80 और कांग्रेस के पास 27 विधायक हैं। इसके अलावा बीजेपी के 53, लोकजनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के पास दो दो विधायक हैं।