मतदान के बाद कांग्रेसियों के चेहरे खिले, कमलनाथ बोले ‘शांति से निपट गए बीजेपी और चुनाव’
भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में आज हुए मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव से अधिक रहने के बाद कांग्रेसियों के चेहरे पर ख़ुशी के भाव साफ़ दिखाई दे रहे थे। मध्य प्रदेश में शाम 6 बजे तक 74.61 फीसदी मतदान हुआ।
मतदान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि ‘आज के चुनाव की खासियत ये है कि दो चीजें शांति से निपट गईं। एक तो चुनाव और दूसरी बीजेपी।‘ उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा था हम 140 सीटें जीतेंगे लेकिन जिस तरह की वोटिंग हुई है और जैसी सूचनाएं आ रही हैं, परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।‘
ईवीएम मशीनों पर कमलनाथ ने कहा, ‘जिन पोलिंग बूथ पर मतदान 3 घंटों या ज्यादा समय तक बाधित रहा वहां हमने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है क्योंकि लोग वोटिंग के लिए वापस नहीं आते हैं। उन्हें दूसरे भी काम होते हैं। सिर्फ यह कहना सही नहीं है कि वोटिंग का समय 9 बजे या 10 बजे तक कर दिया गया है।‘
इससे पहले आज दिनभर कांग्रेस नेताओं को चुनाव की मॉनिटरिंग करते देखा गया। पिछले पंद्रह सालो में शायद यह पहली बार ही था जब राज्य के सात कद्दावर नेताओं ने चुनाव से जुडी एक गतिविधि पर नज़र रखी और तुरंत हर मामले में सक्रियता से एक्शन लिया।
मतदान के दौरान ईवीएम खराबी की जैसे ही सूचनाएं सामने आयी कांग्रेस के तीन नेताओं ने तुरंत इस पर चुनाव आयोग से सम्पर्क साधा। जहाँ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में तुरंत चुनाव आयोग से ईवीएम खराबी वाले बूथों पर देर तक मतदान कराए जाने की व्यवस्था को लेकर पत्र भेजा वहीँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ भी तुरंत हरकत में आ गए।
कांग्रेस नेताओं की सक्रियता का फायदा भी पार्टी को हुआ। जिन बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी के चलते मतदान रोकना पड़ा था उन बूथों पर 5 बजे समय समाप्त होने के बाद तक मतदान कराया गया।
ईवीएम में आई खराबी को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि कई ऐसे मतदान केंद्रों पर जो कांग्रेस के पक्ष के हैं ईवीएम खराब होने के समाचार आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि कांग्रेस के पोलिंग एजेन्ट्स को दो बातों का ध्यान रखना चाहिये।-
1- जो मशीन खराब होती है और जो उसके स्थान पर बदली जाती है उनके नम्बर जरूर नोट कर लें।
2- जो नयी मशीन आती है उसे वोटिंग चालू करने के पूर्व 50-100 वोट डाल कर चेक जरूर करें।
फिलहाल मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के बाद राज्य की 230 विधानसभाओं में 2899 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गयी। अब सभी की नजरें 11 दिसंबर पर लगी हैं जब चुनाव परिणाम घोषित किये जायेंगे।