भीड़ के मामले में इस बार बीजेपी पर भारी पड़ी कांग्रेस, राहुल ने लिखा मतदाताओं के नाम पत्र

भीड़ के मामले में इस बार बीजेपी पर भारी पड़ी कांग्रेस, राहुल ने लिखा मतदाताओं के नाम पत्र

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में कल होने जा रहे 230 विधानसभा चुनावो के मतदान से पहले आज कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों ने डोर टू डोर जाकर मतदाताओं से सम्पर्क किया और खुद को विजयी बनाने के लिए आशीर्वाद माँगा।

ज़मीनी हकीकत देखें तो इस बार विधानसभा चुनाव में राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों ही राज्यों में कांग्रेस भीड़ जुटाने के मामले में बीजेपी पर भारी पड़ी है। मध्य प्रदेश में सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभाएं ही नहीं बल्कि कांग्रेस के अन्य नेताओं की सभाओं में भी इस बार खासी भीड़ दिखाई दी है।

मध्य प्रदेश में इस बार चुनावी प्रचार का आंकलन करें तो बीजेपी ने भले ही टीवी और रेडियो पर अधिक प्रचार किया हो लेकिन रोड शो और सभाओं की बात करें तो कांग्रेस ने इस मामले में बीजेपी से बाज़ी मार ली है।

राज्य में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के रोड शो में उमड़े जनसैलाब और पीएम मोदी, अमित शाह की सभा में खाली रही कुर्सियां अपने आप में बहुत कुछ बयां करती हैं।

ऐसा ही हाल राजस्थान का है। राजस्थान में भी कांग्रेस नेताओं की सभाओं में उम्मीद से अधिक भीड़ जुटना कांग्रेस के लिए शुभ संकेत माना जा सकता है। इसके विपरीत पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य बीजेपी नेताओं की सभाओं में भी 2014 के लोकसभा चुनावो जैसी भीड़ नज़र नहीं आयी।

इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मतदाताओं के नाम एक पत्र जारी कर कल होने वाले मतदान में भाग लेने और झूठ पर चोट करने का आह्वान किया है।

राज्य की जनता के नाम लिखे पत्र में कांग्रेस अध्यख राहुल गांधी ने किसानों का कर्ज माफी करने, बिजली की दर आधा करने, युवाओं को नौकरी और महिला विरोधी हिंसा के मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने जैसे कांग्रेस के वादों का उल्लेख किया है।

राहुल गांधी ने पत्र में शिवराज सरकार के पंद्रह सालो के कार्यकाल के दौरान किसानो की दुर्दशा, युवाओं की बेरोज़गारी, महिला सुरक्षा जैसे बड़े मुद्दे उठाये हैं। पत्र में उन्होंने लिखा कि “मध्य प्रदेश मेरे लिए मात्र एक राज्य का नाम नहीं है। मेरे लिए मध्यप्रदेश किसानों की इच्छाशक्ति, बेटियों का आत्मबल, युवाओं की उम्मीद और गरीबों की जीत का नाम है।”

पत्र में कहा गया है कि “पिछले 15 वर्षों में मध्यप्रदेश की इस पहचान को नुकसान पहुंचाया गया है। यहां फसलों के दाम मांगने पर किसानों के सीने में गोलियां मार दी गईं, उनकी अपेक्षाओं को कुचला गया, युवाओं के अवसरों को अंधकार से भरा गया है, बेटियों के भविष्य में भय लिख दिया गया है।’’

राहुल गांधी ने पत्र में शिवराज सरकार पर इशारो में हमला बोलते हुए लिखा कि ‘‘याद कीजिए, मध्यप्रदेश पिछले 10 -15 सालों में देश भर में चर्चा में किसलिए रहा है। लाखों युवाओं के भविष्य का घोटाला व्यापम, बेटियों के दुष्कर्म, सर्वाधिक कुपोषण, रेत माफिया, ई-टेंडर घोटाला, बुंदेलखंड पैकेज घोटाला इत्यादि।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यहां किसान सड़कों पर हैं, बेरोजगार, युवा दरबदर की ठोकरें खा रहा है, बेटियों का घर से निकलना मुश्किल है। मध्यप्रदेश को गौरव हासिल है सर्वाधिक आदिवासियों की आबादी का, मगर उनके वनाधिकार और आजीविका को छीना जा रहा है। उन्हें वनों से निकाला जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन सब निराशाओं के बीच मध्यप्रदेश के नागरिकों को अब एक उम्मीद बंधी है कांग्रेस के वचन से।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मेरा सीधा मानना है कि किसानों को कर्ज से उबारने का मतलब है अर्थव्यवस्था को उबारना. किसान आर्थिक रूप से संपन्न होगा तो देश की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आएगी. मैं नहीं समझ पाता हूं कि बीजेपी इसका विरोध क्यों कर रही है? मुझे खुशी है कि कांग्रेस के प्रयासों से देश की राजनीति का रुख़ किसान केंद्रित हो गया है।’’

राहुल गांधी ने कहा कि अब उम्मीदों का नया सवेरा होने को है, मध्यप्रदेश तरक्की की नई उड़ान की तैयारी कर रहा है। पत्र में राहुल गांधी ने लिखा कि “मैं प्रदेश के नागरिकों से अपील करना चाहता हूं। अब बढ़ाओ कदम ,मध्यप्रदेश को मिलकर, अच्छी सरकार देंगे हम।’’

चुनावी रैलियों में राहुल रहे आगे:

मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 25 चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने सिर्फ 10 सभाओं को सम्बोधित किया।

बीजेपी की तरफ से स्टार प्रचारकों के रूप में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा राज्यों के सीएम योगी आदित्यनाथ, रमन सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अरुण जेटली, बीजेपी सांसद हेमा मालिनी, मनोज तिवारी आदि ने सभाओं को सम्बोधित किया वहीँ कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुलामनबी आज़ाद, नवजोत सिंह सिद्धू, राज बब्बर ने प्रमुख रूप से चुनावी प्रचार की कमान संभाली।

बता दें कि मध्य प्रदेश में कल होने जा रहे 230 विधानसभा के लिए मतदान में पांच करोड़ से अधिक मतदाता 2,899 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

मध्य प्रदेश में मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद प्रदेश में कुल 5,04,95,251 मतदाता हैं। इनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिला और 1,389 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। इसके साथ ही इसमें 62,172 सेवारत मतदाता हैं जो कि डाक मतपत्र से मतदान कर सकते हैं।

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