प्रवासी भारतीयो की बड़ी जीत : अब 30 जून और 31 मार्च तक बदल सकेंगे पुराने नोट
नई दिल्ली । आरबीआई ने चलन से बाहर किये गए उच्च मूल्य के पुराने नोट बदलने के वास्ते प्रवासी भारतीयों सहित उन लोगों के लिए शनिवार की रात शर्तें जारी की जो ऐसा करने में असफल रहे थे। अमान्य किये गए उच्च मूल्य के नोट बैंकों में जमा करने का कल अंतिम दिन था।
आरबीआई ने शनिवार देर शाम जारी एक बयान में कहा कि भारतीय नागरिक जो नौ नवंबर से 30 दिसंबर तक विदेश में थे, वे इस सुविधा का लाभ 31 मार्च 2017 तक उठा सकते हैं और प्रवासी भारतीय जो इस अवधि के दौरान विदेश में थे, वे चलन से बाहर हुए अपने नोट 30 जून 2017 तक बदल सकते हैं।
आरबीआई के बयान में कहा गया कि, निवासी भारतीयों के लिए नोट बदलने की कोई सीमा नहीं है, प्रवासी भारतीयों के लिए यह संबंधित फेमा नियमों के तहत होगी।
आरबीआई ने कहा कि नागरिक इस सुविधा का इस्तेमाल अपनी निजी क्षमता में इस अवधि के दौरान एक बार कर सकते हैं। उन्हें इसके लिए पहचान पत्र के साथ ही इसका सबूत मुहैया कराना होगा कि वे अवधि के दौरान विदेश में थे और उन्होंने नोट बदलने की सुविधा का इस्तेमाल इससे पहले नहीं किया है।
गौरतलब है कि नोटबंदी पर सरकार के निर्णय से नाराज़ अप्रवासी भारतीयों ने 27 नवम्बर को आईएनओसी के पूर्व अध्यक्ष जुनेद क़ाज़ी के नेतृत्व में न्यूयॉर्क में भारतीय काउंसलेट के समक्ष प्रदर्शन कर ज्ञापन भी दिया था । ज्ञापन में कहा गया था कि भारत के लगभग तीस लाख लोग अमेरिका में काम करते हैं वहीँ दुनियाभर में अप्रवासी भारतीयों की तादाद पांच करोड़ से भी अधिक है । यदि एक एनआरआई के पास पांच हज़ार रुपये मान लिए जाएँ तो पांच करोड़ भारतीयों के पास कुल 25 हज़ार करोड़ के पुराने नोट होंगे । हम सरकार से मांग करते हैं कि वह अप्रवासी भारतीयों के पुराने नोट बदलवाने के लिए कोई रास्ता निकाले ।