पहल रंग लायी : सरकार उठाएगी पूर्व हॉकी कप्तान मोहम्मद शाहिद के इलाज का खर्च
नई दिल्ली । अब पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद शाहिद के इलाज के लिए सरकार ने 10 रुपये देने का ऐलान कर दिया है। अपने जमाने के हॉकी के कलाकार कहे जाने वाले भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद शाहिद गंभीर रूप से बीमार हैं और गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं।
केंद्रीय खेल राज्य मंत्री जीतेंद्र सिंह ने इलाज के अलावा अतिरिक्त खर्च के लिए उन्हें दस लाख रुपये और देने की घोषणा की है। उन्होंने सोमवार को कहा, “हम उनके शाहिद के परिवार को भरोसा दिलाते हैं कि इलाज में किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
हमने उन्हें इलाज के अलावा और खर्च के लिए दस लाख रुपये और देने का फैसला किया है।” जीतेंद्र सिंह ने कहा, “हम शाहिद के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हमें उम्मीद है कि वह जल्द ही इस बीमारी से उबर जाएंगे।”
भारत के पूर्व हॉकी कप्तान ओलंपियन धनराज पिल्लै ने हॉकी के बीमार कलाकार मोहम्मद शाहिद को आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , खेल मंत्रालय और भारतीय रेलवे का आभार जताया।
सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा, “अस्पताल के डॉक्टर शाहिद के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं। उम्मीद है कि वह जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगे।”
धनराज ने अपने हॉकी आदर्श शाहिद के बीमारी की खबर सुनकर सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी से उनकी मदद की अपील की थी। धनराज ने कहा, “मैं माननीय प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री जीतेंद्र सिंह, रेल मंत्री सुरेश प्रभु और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का शाहिद भाई के इलाज के लिए तुरंत मदद मुहैया कराने के लिए आभार जताता हूं।”
केंद्रीय खेल राज्य मंत्री जीतेंद्र सिंह ने मंगलवार को शाहिद के इलाज के अलावा खर्च के लिए दस लाख रुपये देने की घोषणा की। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शाहिद को पांच लाख रुपये देने की मंजूरी दी। शाहिद भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं। उनके इलाज का पूरा खर्च भारतीय रेलवे उठा रहा है।
मोहम्मद शाहिद का जन्म 14 अप्रेल 1960 में वाराणसी में हुआ था । उन्होंने जूनियर हॉकी टीम के प्लेयर के तौर पर 1979 में फ़्रांस में आयोजित जूनियर हॉकी विश्व कप से अपने अंतरष्ट्रीय हॉकी करियर की शुरआत की थी । उसके बाद वे सफलता की सीढ़ियां चढ़ते चले गए । उन्हें ड्रिब्लिंग का करिश्माई खिलाड़ी माना जाता है और ज़फ़र इकबाल के साथ उनकी जोड़ी ने भारत को कई सफलताएं दिलाने में मदद की । वे भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भी रहे ।